74 साल के रामचंद्र गोहाड़ उन 55 वरिष्ठ नागरिकों में शामिल हैं जिन्होंने इस साल डॉक्टरेट करने के लिया दाखिला लिया है.
वरिष्ठ नागरिकों को पीएचडी करने के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से एसपीपीयू ने 2013 में घोषणा की थी कि 60 साल से ज्यादा आयु के और उन लोगों को प्रवेश परीक्षा से छूट दी जाएगी जिन लोगों ने पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा कर लिया है.
30 सालों तक टाउन प्लानर की फील्ड में काम कर चुके रामचंद्र का कहना है कि पीएचडी करने का उद्देश्य अपने अनुभव को साझा करना है.