केजल पांडे नाम की एक बेहद खूबसूरत और जहीन लड़की. जिसने इसी वर्ष 10वीं की परीक्षा दी थी और अपने रिजल्ट्स का इंतजार कर रही थी. वह अब हमारे बीच में नहीं है. एक सड़क हादसे में उसने अपनी जान गंवा दी लेकिन वह आज भी तीन जिस्मों के मार्फत जीवित है. उसके माता-पिता ने उसके मरणोपरांत उसके शारीरिक अंगों को दान कर दिया. इन दान दिए गए अंगों के माध्यम से वह अब भी हम सभी के बीच जीवित हैं.
10वीं की दी थी परीक्षा, आए हैं 8.6 CGPA अंक...
केजल मुंबई की रहने वाली एक 16 वर्षीय बेहद तेज-तर्रार लड़की थी. उसने इसी वर्ष 10वीं की परीक्षाएं दी थी और अपने नतीजों का इंतजार कर रही थीं कि इसी बीच एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गई.
घटना के दिन वह अपनी मां के साथ पीछे की सीट पर बैठ कर कहीं जा रही थीं, इसी बीच एक कार ने उन्हें ओवरटेक करने के चक्कर में टक्कर मार दी. केजल को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें ब्रेनडेड घोषित कर दिया. पिछले सप्ताह घोषित होने वाले रिजल्ट्स में उन्हें 8.6 CGPA अंक हासिल हुए हैं. पूरे परिवार के लिए अब इस खुशी के कोई मायने नहीं हैं.
परिवार ने लिया संयम से काम, अंगदान का लिया फैसला...
वैसे तो यह अनहोनी पूरे परिवार के लिए सदमे से कम नहीं लेकिन उनके माता-पिता ने इस कठिन समय में भी संयम बनाए रखा. उन्होंने अपनी बेटी के अंग-दान का निर्णय लिया. उनके अंग-दान ने तीन लोगों की जिंदगियों को प्रकाशित किया है. इनमें एक 14 वर्षीय मुंबरा का लड़का भी शामिल है.
केजल के पिता कहते हैं कि हमारे लिए तो इस बात पर विश्वास करना नामुमकिन सा है कि केजल अब हमारे बीच नहीं है, मगर उसके अंगों को दान कर हम उसे आज भी खुद के बीच महसूस करते हैं. वे कहते हैं कि उनके पास केजल का रिजल्ट देखने का साहस नहीं है.
केजल अरुणोदय पब्लिक स्कूल की छात्रा थीं और वहां के प्रिंसिपल कहते हैं कि केजल एक बेहतरीन ऑराउंडर होने के साथ-साथ बेहतरीन इंसान भी थी. हंसमुख और बेबाक. उनका इस तरह दुनिया से चला जाना सबके लिए दुखद है. केजल की बेस्ट फ्रेंड मधुरा बताती हैं कि वह ऐसी लड़की थी जो हमेशा हंसती-खिलखिलाती रहती थी. दूसरों की मदद के लिए सदैव तत्पर. केजल चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहती थीं मगर अब उनके सपने दूसरों की जिंदगियों में उड़ान भरेंगे.