दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के रामानुजन कॉलेज ने इस बार एडमिशन के लिए अन्य डॉक्यूमेंट्स के साथ आधार कार्ड जरूरी कर दिया है. कॉलेज इसके पीछे ये गंभीर वजह बता रहा है. इसके पीछे कॉलेज का तर्क है कि आधार से बच्चों का सही एड्रेस प्रूफ कॉलेज के पास रहेगा.
कॉलेज प्रशासन का कहना है कि कई बार छात्र फॉर्म भरते समय सही जानकारियां कॉलेज को नहीं देते हैं. ऐसे में कॉलेज के नियमों के विपरीत अगर कोई छात्र जाता है तो उसकी शिकायत उनके अभिभावकों तक नहीं पहुंच पाती है. इसी वजह को देखते हुए शैक्षणिक सत्र 2019-20 में दाखिले के लिए कॉलेज में आधार कार्ड की कॉपी जमा करना अनिवार्य कर दिया गया है.
ये है खास वजह
रामानुजन कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर एस पी अग्रवाल का कहना है कि छात्रों का सही विवरण रखने के लिए कॉलेज प्रशासन ने ये पहल की है. उन्होंने बताया कि दाखिले के समय छात्रों को कई अहम दस्तावेज कॉलेज में जमा करने होते हैं. आधार कार्ड को कोर्ट के निर्देश के बाद अनिवार्य दस्तावेज की श्रेणी से हटा दिया गया था, लेकिन इस बार दाखिले के समय रामानुजन कॉलेज ने सभी दस्तावेजों के साथ-साथ छात्रों का आधार कार्ड भी मांगने का निर्णय लिया है.
प्रो. अग्रवाल ने बताया कि कई बार छात्र कॉलेज से लैपटॉप जैसे महंगी चीजें जारी करवाते हैं. कई बार उन्हें लेकर या तो फरार हो जाते हैं या कॉलेज छोड़ देते हैं. ऑथेंटिक दस्तावेज न होने के कारण कार्रवाई करना मुश्किल हो जाता है.
पहले हो चुकी है ऐसी घटना
प्रो. अग्रवाल ने कहा कि भारत में रहने वाले हर नागरिक का आधार कार्ड बना हुआ है. उस आधार कार्ड से उसके बैंक अकाउंट, उसके घर का एड्रेस आदि सभी निजी चीजों का विवरण जुड़ा है. ऐसे में यदि छात्रों का आधार कार्ड कॉलेज के पास रहेगा तो किसी भी परिस्थिति में छात्र तक पहुंचना काफी आसान हो जाएगा. इससे पहले कई बार कॉलेज को गलत पते की वजह से काफी नुकसान भी उठाना पड़ा है.
FIR भी हुई है दर्ज
कॉलेज प्रिंसिपल ने कहा कि ऐसा भी हुआ है जब छात्र सामान तो कॉलेज से जारी कराते हैं पर उसे वापस नहीं करते. यही नहीं फिर कॉलेज ही नहीं आते हैं. ऐसे में कई बार छात्र के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज करवानी पड़ती है. ये सब समस्याएं इस सत्र में न आएं, इसलिए आधार कार्ड मांगा गया है.
एडमिशन नहीं रुकेगा
प्रो. अग्रवाल ने कहा कि ऐसा भी नहीं है कि आधार कार्ड न देने की वजह से किसी छात्र का दाखिला रुक जाएगा. लेकिन उससे कारण जरूर पूछा जाएगा. मसलन उसका आधार क्यों नहीं बना या वह आधार क्यों नहीं देना चाहते. कोशिश रहेगी कि सभी छात्र अपने जरूरी दस्तावेजों के साथ आधार कार्ड नंबर दें या उसकी फोटोकॉपी जमा करें.