scorecardresearch
 

खुफिया कैमरे में कैद हुआ दिल्‍ली का फर्जी डिग्री रैकेट, बाजार में बिकती है हर तरह की डिग्री

कोई भी डिग्री ऐसी नहीं जो बाजार में फर्जी रैकेट के जरिए न मिल जाए.  बीए,एमए, लॉ, बीएड, एमबीए यानी हर प्रोफेशनल डिग्री बाजार में बिक रही है.

Advertisement
X
Symbolic image
Symbolic image

फर्जी डिग्री का मुद्दा आजकल सुर्खियों में है. दिल्ली सरकार के पूर्व कानून मंत्री जितेन्द्र तोमर खुद इस मामले में आरोपी हैं. बहरहाल, कोई भी डिग्री ऐसी नहीं जो बाजार में फर्जी रैकेट के जरिए न मिल जाए.  बीए,एमए, लॉ, बीएड, एमबीए यानी हर डिग्री बाजार में बिक रही है.

Advertisement

फर्जी डिग्री के सवाल पर पुलिस के शिकंजे में दिल्ली सरकार के कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर आए तो सनसनी पूरे देश में फैल गई कि आखिर कहां तक फैला है जालसाजों का जाल जो फर्जी डिग्री बेचता है, फर्जी डिग्री बनाता है. आज तक की टीम ने इस गोरखधंधे की पड़ताल की तो सामने आई सच्चाई चौंकाने वाली थी. टीम ने राजधानी में फर्जी डिग्रियों के रैकेट का पूरा खुलासा किया है. इन फर्जी यूनिवर्सिटीज में न लें एडमिशन

टीम ने दिल्ली में चल रहे फर्जी डिग्री के बाजार की पड़ताल की. फर्जी रैकेट पलक झपकते ही वकालत की डिग्री दिलाता है, फर्जी पीएचडी कराता है, डॉक्टर बनाता है, बिना परीक्षा दिए जो आपको एमबीए की डिग्री दिलाता है. यही नहीं हाईस्कूल-इंटर फेल को भी पोस्ट ग्रेजुएट बनाने का सपना दिखाता है. देश की राजधानी में एमए से लेकर बीएड तक बाजार में फर्जी डिग्रियों की भरमार है.  जितनी मोटी रकम होगी आपको उतनी ही ऊंची डिग्री भी मिलेगी.

Advertisement

आज तक की टीम सबसे पहले लक्ष्मी नगर के सर्वोदया इंस्टीट्यूट पर पहुंची. इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर से बातचीत शुरू की तो साफ हो गया कि डिग्रियों के धंधे की जड़ें बहुत गहरी हैं. खुद डायरेक्टर ने ही एमबीए की डिग्री दिलाने का भरोसा दिलाया. पढ़‍िए आज तक और सर्वोदया इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन के डायरेक्टर आशीष गुप्‍ता के बीच हुई बातचीत के अंश:

आज तक रिपोर्टर – इसमे क्या..फाइनेंस में है ?

आशीष गुप्ता – फाइनेंस हो जाएगा...मार्केटिंग हो जाएगा.

आज तक रिपोर्टर– यूजीसी से मान्यता प्राप्त है..

आशीष गुप्ता – हां..हां आप वेबसाइट देखो इसकी...

आज तक रिपोर्टर– ठीक है..और दो साल में होगा ये कोर्स.

आशीष गुप्ता -  दो साल में होगा...

आज तक – सेमेस्टर वाइज या ईयरली.

आशीष गुप्ता – यूजीसी एप्रूवड है....

आज तक रिपोर्टर – शुरू में कितना पैसा देंगे आपको...

आशीष गुप्ता – 19,200 रुपये फर्स्ट ईयर के हैं.... और लगभग 18,500 सेकेंड ईयर के हैं...1200 रुपये फर्स्ट ईयर के हमारे सर्विस चार्जेज हैं...हज़ार रुपये सेकेंड ईयर के सर्विस चार्जेज हैं....

आज तक रिपोर्टर – पास हो जाएंगे...मतलब हम पढ़ाई ही न करें...

आशीष गुप्ता  – ये तो पता होगा आपको कौन से चैप्टर में क्या है....कौन से में क्या है....नकल हो सकती है...

आज तक रिपोर्टर– मतलब....

Advertisement

आशीष गुप्ता – शीट आप भरोगे तो आपको पता होगा न कि क्या भरना है?

आज तक रिपोर्टर– सेन्टर (एग्ज़ाम) कहां होगा?

आशीष गुप्ता - सेन्टर दिल्ली में होगा.

आज तक रिपोर्टर– नकल हो जाएगी उसमें?

आशीष गुप्ता – हां नकल हो जाएगी उसमें.

आज तक रिपोर्टर– कुछ पैसा अलग से देना होगा नकल का?

आशीष गुप्ता – नहीं.

डिग्री के बाज़ार में डिग्री लेने की छूट है तो कहां से डिग्री लेनी है इसे चुनने का भी आपको मौका मिलेगा. डिग्री का सौदागर आपको कई यूनिवर्सिटीज़ के नाम बताएगा. पसंद आने पर ठोक बजाकर हां कर दीजिए. बस आपकी डिग्री आपके सीवी की शोभा बढ़ाने के लिए तैयार हो जाएगी.

एस बत्रा, करियर मेकर्स, लक्ष्मी नगर और आजतक के बीच बीएड की डिग्री को लेकर हुई बातचीत के अंश:

एस बत्रा, करियर मेकर्स, लक्ष्मी नगर- जम्मू से बी.एड कर पाएंगी?

आज तक रिपोर्टर - जम्मू से...ऐसे-कैसे?

दलाल- पेपर देने जाएंगी सिर्फ 45 फीसदी में बी.एड नहीं हो सकता.

आज तक रिपोर्टर - फिर?

दलाल- एम.ए किया हुआ है उन्होंने?

आज तक रिपोर्टर- बीए किया उसके बाद जॉब कर रही थी.

दलाल- ऐसा है एम.ए करवा दो उन्हें पहले. उसकी बेस पर बी.एड करवा देंगे.

आज तक रिपोर्टर- बीए के बाद एम.ए...बीए के बाद बी.एड नहीं हो सकता.

Advertisement

दलाल- 50 फीसदी चाहिए....45 फीसदी में नही हो सकता.

आज तक रिपोर्टर- मान लिजिए एम.ए करें तो क्या गारंटी है कि 50 फीसदी नंबर आ जाएंगे.

दलाल- एम.ए मैं ऐसी यूनिवर्सिटी से करवाऊंगा जहां पूरी हेल्प मिलेगी....60 फीसदी आएंगे ही आएंगे.

दलाल- मदुरै कामराज यूनिवर्सिटी से करवा दूंगा.

आज तक रिपोर्टर - मदुरै, हम कैसे? वाइफ तो हमारी बहुत ज्यादा जा नहीं पाएगी. हम क्लास तो कर नहीं सकते.

दलाल- कॉरसपोन्डेट होगी. दोनों साल के पेपर एक साल में करवा देंगे.

आज तक रिपोर्टर- हां जी?

दलाल- दोनों साल के पेपर एक साथ करवा देंगे.

सोचिए देश की राजधानी का जब ये हाल है तो दूसरी जगह डिग्री के सौदागर क्या करते होंगे? महज एक लाख रुपये में एनबीए की डिग्री बिक रही है तो दो लाख रुपये देकर काला कोट पहना जा सकता है.

Advertisement
Advertisement