आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम नीट पास कर चुी 19 साल की स्टूडेंट शशि की मेडिकल पढ़ाई का खर्च का उठाएंगे. शशि लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में एडमिशन ले रही है. मजदूर की बेटी शशि को बिना किसी कोचिंग के कॉलेज में एडमिशन मिला है. वो दिल्ली सरकार की जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना के अंतर्गत कोचिंग पढ़ी थीं.
राजेंद्र पाल गौतम ने ट्विटर पर इसके बारे में लिखा कि कल एक परिवार ने दिल्ली के एक बच्चे विजय की पूरी पढ़ाई का जिम्मा उठाया, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्लीवासियों को अपील करने पर मुझे भी प्रेरणा मिली. मैंने शशि की MBBS की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने की जिम्मेदारी ली है. अब ये खबर साझा करते हुए मुझे बेहद खुशी हो रही है.
बता दें कि इससे पहले 16 साल के विजय कुमार जिन्होंने आईआईटी-दिल्ली में एडमिशन लिया है, उनकी पढ़ाई के लिए दिल्ली के व्यवसायिक परिवार ने समर्थन दिया था. जो उनकी कॉलेज की फीस में आर्थिक मदद करेगा. आपको बता दें, विजय ने दिल्ली सरकार की 'जय भीम मुद्रामन्त्री विकास योजना' के तहत कोचिंग लेकर आईआईटी की तैयारी की है. उनके पिता दर्जी का काम करते हैं. इस साल विजय के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बेटे पुलकित ने भी एडमिशन लिया है.कल एक परिवार ने दिल्ली के एक बच्चे विजय की पूरी पढ़ाई का जिम्मा उठाया, मुख्यमंत्री @ArvindKejriwal जी द्वारा दिल्लीवासियों को अपील करने पर मुझे भी प्रेरणा मिली। मैंने शशि की एमबीबीएस की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने की जिम्मेदारी ली है और ये खबर साझा करते हुए बेहद खुशी हो रही है। pic.twitter.com/KxkccunMDV
— Rajendra Pal Gautam (@AdvRajendraPal) September 9, 2019
दिल्ली के वरुण गांधी और उनके परिवार ने विजय की आर्थिक मदद देने का फैसला किया है. इस बात की जानकारी केजरीवाल ने रविवार को हुई एक प्रेस कांफ्रेंस में दी. उन्होंने बताया वरुण गांधी और उनका परिवार विजय की पढ़ाई में आर्थिक मदद करेंगे. ऐसे लोगों से समाज में रह रहे कई लोग प्रेरित होंगे'. आईआईटी की एक सेमेस्टर की फीस 90, 000 हजार रुपये है. उनके पिता दर्जी हैं और मां हाउस वाइफ.
आपको बता दें, वरुण गांधी ने श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री ली है. उन्होंने कहा वह उन लोगों की मदद करना चाहते हैं जिनके पास दूसरों की तरह समान स्तर पर लक्ष्य करने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं. उन्होंने कहा हमें अपने भाईयों बहनों को आगे बढ़ाने में मदद करनी चाहिए.