सर्व शिक्षा अभियान के तहत महाराष्ट्र में 45 बच्चों का एक स्कूल है. जिसका पूरा नाम है 'प्लेटफॉर्म ज्ञान मंदिर' लेकिन इसे प्लेटफॉर्म स्कूल के नाम से जाना जाता है. इसमें अधिकांश पढ़ने वाले बच्चे महाराष्ट्र और आस-पास के दूसरे राज्यों (छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, बिहार) से भाग कर आए हैं.
यह एक तरह का रेजिडेंसियल स्कूल है. म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की मदद से नागपुर में रेलवे स्टेशन के पास यह स्कूल चलाया जाता है. इन बच्चों की शिक्षा से जुड़े खर्च को सरकार सर्व शिक्षा अभियान के तहत उठाती है.
यहां पढ़ने वालों में लड़कियों की अपेक्षा लड़कों की संख्या ज्यादा है . इनमें ज्यादातर बच्चे पहले भीख मांगते और चोरी का काम करते थे. अधिकांश बच्चे अपने घर से भागकर आए हुए हैं, जिसकी वजह घरेलू हिंसा और पारिवारिक प्रताड़ना है.
बेसहारा बच्चों का भविष्य खराब न हो इसके लिए सरकार ने यह स्कूल शुरू किया. इन बच्चों में ऐसे कई बच्च्ो हैं जिन्हें HSSC में 60 फीसदी नंबर मिले हैं.