बी टेक कोर्स चलाने के लिए मंजूरी पाने की कोशिश कर रहे डीयू के 27 कॉलेजों के लिए राहत भरी खबर है. दरअसल ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) इस मामले पर पुनर्विचार करने पर सहमत हो गई है.
उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी और एआईसीटीई की बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि एआईसीटीई इस मामले पर पुनर्विचार करेगा. उन्होंने कहा कि एआईसीटीई कॉलेजों का फिर से निरीक्षण कर सकता है और विशेष मामले के रूप में उस पर विचार कर सकता है.
आपको बता दें कि एआईसीटीई ने कॉलेजों को छह घंटे के अंदर एफिडेविट देने को कहा था. इसके साथ ही एआईसीटीई ने कॉलेजों को यह भी कहा था कि वे अगले छह महीने में संकाय और बुनियादी ढांचे की कमियां दूर करेंगे.
प्रिंसिपल्स को यह समय सीमा अव्यावहारिक नजर आई. बताया जा रहा है कि केवल छह यूनिवर्सिटीज ने एफिडेविट दिया.
कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, फूड टेक्नोलोजी, इंस्ट्रूमेंटेशन इलेक्ट्रॉनिक्स और पोलीमर साइंस में बीटेक एफवाईयूपी के रूप में शुरू किए गए थे जिन्हें पिछले साल यूजीसी के हस्तक्षेप पर खत्म कर दिया गया. यूजीसी ने एआईसीटीई से मंजूरी लेकर डीयू को 2013-14 में एडमिशन पाए 6000 से अधिक स्टूडेंट्स के हित में ही इन पांच वर्षीय बीटेक कोर्सेज को जारी रखने की अनुमति दी थी.
- इनपुट भाषा