तमिलनाडु के 10वीं क्लास के छात्र आकाश मनोज मे ऐसी तकनीक विकसित की है, जिससे साइलेंट हार्ट अटैक के खतरे का पता चल सकता है.
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आकाश फिलहाल इनोवेशन स्कॉलर्स इन-रेजीडेंस प्रोग्राम के तहत राष्ट्रपति भवन में रह रहे हैं.
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राष्ट्रपति भवन में आयोजित इनोवेशन फेस्टिवल के दौरान आकाश ने बताया, 'आजकल साइलेंट हार्ट-अटैक काफी आम हो गया है. लोग इतने स्वस्थ दिखते हैं कि उनमें हार्ट अटैक से जुड़ा कोई लक्षण दिखता ही नहीं है. मेरे दादाजी भी एकदम स्वस्थ लगते थे लेकिन अचानक ही दिल के दौरे से उनका निधन हो गया.'
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सीने में दर्द, बाएं हाथ में दर्द और सांस की तकलीफ हार्ट अटैक के कुछ लक्षण हैं. लेकिन ऐसा हो सकता है कि साइलेंट हार्ट अटैक में व्यक्ति को ऐसे कोई भी लक्षण न दिखें. हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
अपनी इस तकनीक के बारे में बताते हुए आकाश ने कहा, 'एफएबीपी3 प्रोटीन सबसे छोटे प्रोटीनों में से एक है और यह हमारे शरीर में पाया जा सकता है. यह निगेटिव चार्ज वाला होता है, इसलिए पॉजिटिव चार्ज की ओर तेजी से आकर्षित होता है. उसके इसी गुण का इस्तेमाल करते हुए मैंने यह तकनीक तैयार की है.'