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जानें क्‍यों हैं आनंद महिंद्रा सफल कारोबारी

उद्योगपति आनंद म​हिंद्रा इंडिया टुडे की ऊंचे और असरदार लोगों की फेहरिस्त में सातवें पायदान पर हैं. भारत में हारवर्ड बिजनेस स्कूल एसोसिएशन के सह-संस्थापक होने के नाते वे काफी असर और रसूख रखते हैं.

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आनंद म​हिंद्रा
आनंद म​हिंद्रा

उद्योगपति आनंद म​हिंद्रा इंडिया टुडे की ऊंचे और असरदार लोगों की फेहरिस्त में सातवें पायदान पर हैं. भारत में हारवर्ड बिजनेस स्कूल एसोसिएशन के सह-संस्थापक होने के नाते वे काफी असर और रसूख रखते हैं.

ये हैं वजह:
क्योंकि
उनके विस्तार से 17 अरब डॉलर वाला महिंद्रा समूह अब वाहन से लेकर रक्षा, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और मनोरंजन उद्योग तक फैल चुका है; 2015 में ही उन्होंने इटली की डिजाइन फर्म पिनइनफेरिना का अधिग्रहण किया, जापान की मित्सुबिशी  में निवेश किया और प्यूजो मोटासाइकिल्स को खरीद लिया.

क्योंकि वे देश के सबसे सौम्य कारोबारी हैं जो यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल में बोर्ड सदस्य, सिंगापुर के इकोनॉमिक डेवलपमेंट बोर्ड की अंतरराष्ट्रीय परामर्श परिषद के सदस्य और भारत में हारवर्ड बिजनेस स्कूल एसोसिएशन के सह-संस्थापक के नाते काफी असर और रसूख रखते हैं. वे दावोस में हर साल होने वाले विश्व आर्थिक सम्मेलन में भी देखे जाते हैं.

क्योंकि वे ऐसे उद्योगपति हैं जो आम लोगों से संपर्क में रहते हैं; ट्विटर पर वे 2.88 लाख फॉलोवर्स से सीधे जुड़े हैं जिन्हें वे हर चीज पर अपडेट करते रहते हैं, सेवा विकल्पों से लेकर दुनिया के बारे में अपने नजरिए तक.

खेल में भी उन्होंने प्रो कबड्डी लीग की शुरुआत की थी जो तीसरे सीजन में पहुंच चुका है और देश में दूसरा सबसे ज्यादा देखा जाने वाला खेल है.

जीवन संगिनी के सरोकार मुंबई के सोफिया कॉलेज से मनोविज्ञान में स्नातक उनकी पत्नी अनुराधा वर्व और द इंडियन क्वार्टरली की प्रकाशक हैं. इनकी बेटियां आलिका और दिव्या फिल्म और डिजाइन की दुनिया से ताल्लुक रखती हैं.

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