अमेरिकी अधिकारियों की ओर से वापस भारत भेज दिए जाने के बाद स्थानीय राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आए 20 से ज्यादा छात्रों ने आरोप लगाया कि उनसे बुरा सुलूक हुआ और उनमें से कुछ के हाथों में तो न्यूयॉर्क हवाई अड्डे पर हथकड़ियां भी लगा दी गईं.
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के रहने वाले ये छात्र 29 दिसंबर को अमेरिका रवाना हुए थे ताकि वहां की सिलिकॉन वैली यूनिवर्सिटी और नॉर्थवेस्टर्न पोलिटेक्नीक यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा हासिल कर सकें. एयर इंडिया ने पहले कहा था कि उसे अमेरिकी सीमा-शुल्क एवं सीमा सुरक्षा एजेंसी से संदेश मिला था कि ये दो यूनिवर्सिटी अमेरिकी अधिकारियों के जांच के दायरे में हैं.
नॉर्थवेस्टर्न पोलिटेक्नीक यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने वाले एक छात्र ने नाम का खुलासा न करने की शर्त पर बताया, अमेरिकी अधिकारियों ने न्यूयॉर्क हवाई अड्डे पर हमसे कहा कि किसी और यूनिवर्सिटी में दाखिला ले लो और फिर से वीजा के लिए अर्जी दो.
उन्होंने कहा कि ये दोनों यूनिवर्सिटी अच्छी नहीं हैं. इससे पहले, 21 दिसंबर को राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एयर इंडिया ने सान फ्रांसिस्को जा रहे 19 भारतीय छात्रों को विमान में सवार होने से रोक दिया था और उनसे उन 14 छात्रों की तकलीफ के बारे में बताया था जो इन दोेनों यूनिवर्सिटिज में दाखिला लेने के बाद सैन फ्रांसिस्को गए थे और उन्हें वापस भारत भेज दिया गया था.
आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले से बीटेक डिग्री धारी एक और छात्र ने पत्रकारों को बताया, उन्होंने (अमेरिकी अधिकारियों ने) कहा कि हमें खुद ही दाखिला रद्द कर देना चाहिए वरना वे हमें वापस भेज देंगे. हमारे पास मान्य वीजा था. जब हमने देश में प्रवेश की इजाजत न मिलने की वजह जानने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि वे हमारा वीजा रद्द कर देंगे. एक अन्य छात्र ने बताया, कुछ छात्रों के हाथों में उस वक्त हथकड़ियां भी लगा दी गईं जब उन्हें एक टर्मिनल से दूसरे टर्मिनल ले जाया जा रहा था. हमारे दस्तावेज मौलिक हैं और व्यवस्थित हैं. हमारी तरफ से कोई दिक्कत नहीं थी. छात्रों ने मांग की कि सरकार इस मामले में दखल देकर जल्द से जल्द मसला सुलझाए.