'देव डी' और 'मार्गरीटा, विद ए स्ट्रॉ' जैसी फिल्मों में दमदार भूमिका निभा चुकी अभिनेत्री कल्कि कोचलीन स्कूली दिनों में काफी शर्मीली थीं. कल्कि का कहना है कि वह स्कूल के दिनों में अपने मजाकिया लहजे के पीछे अपनी कमजोरी को छिपा लेती थीं.
कल्कि ने बताया, 'मैं स्कूल के दिनों में 13 साल की उम्र तक काफी शर्मीली थी. उसके बाद मैंने महसूस किया कि मैं अच्छा मजाक कर सकती हूं. मैंने अपने शर्मीलेपन को अपने हास्य के पीछ छिपा दिया.'
आपको बता दें कि उन्होंने हाल ही में शिक्षा के महत्व पर आयोजित एक कार्यक्रम में अपनी यह बातें की. उन्होंने शिक्षा के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि हमारे देश को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है. मुझे अच्छी शिक्षा हासिल करने का सौभाग्य मिला.' कल्कि का मानना है कि शिक्षा अकादमिक रूप से ही नहीं बल्कि सामाजिक शिक्षा के संदर्भ में भी बहुत जरूरी है.
दरअसल, कल्कि कोचलिन, अनिल कपूर समेत विवेक ओबरायउत्पाद कंपनी प्रॉक्टर एंड गैंबल (पीएंडजी) शिक्षा कंपनी के साथ उनके प्रचार में जुड़े हैं , जो जरूरतमंद और गरीब बच्चों को शिक्षा देने की मुहिम से जुड़ी है. इस कार्यक्रम के दौरान सितारों ने बच्चों का खूब मनोरंजन भी किया. गौरतलब है कि इस कंपनी का प्रोडक्ट खरीदने पर इसके प्रॉफिट का कुछ हिस्सा बच्चों के स्कूलों के निर्माण और उनकी शिक्षा के लिए जाएगा.
इनपुट: भाषा