आज भले ही दुनिया गेम ऑफ थ्रोन्स की दीवानी हो लेकिन एक दौर ऐसा भी हुआ करता था जब लोग शेरलॉक होम्स सीरीज के पीछे पागल हुआ करते थे. शेरलॉक के किरदार फिल्मी पर्दे पर इतनी बार निभाए गए कि लोग उसे सच ही समझने लगे थे. शेरलॉक होम्स किरदार को रचने वाले स्कॉटिश लेखक और भौतिकशास्त्री सर ऑर्थर कोनन डॉयल थे. वे साल 1930 में 7 जुलाई को दुनिया को अलविदा कह गए.
1. उन्हें ए स्टडी इन स्कारलेट के सभी अधिकार के लिए 25 पाउंड का भुगतान किया गया. इसी सीरीज में शेरलॉक होम्स और डॉ वाटसन जैसे किरदार थे.
2. प्रोफेसर चैलेंजर का यादगार किरदार भी उन्होंने ही गढ़ा था.
3. इंग्लैंड के प्रतिष्ठित मेलबर्न क्रिकेट क्लब (MCC)की ओर से उन्होंने 10 प्रथम श्रेणी मैच भी खेले.
4. माय डियर वाट्सन वाला मुहावरा डॉयल की लिकी 60 से अधिक कहानियों में कभी होम्स ने इस्तेमाल नहीं किया.p>5. होम्स इकलौता ऐसा चरित्र है जिसे सबसे अधिक बार फिल्मी पर्दे पर निभाया गया. करीब 200 फिल्मों में 70 से अधिक अभिनेताओं ने इस किरदार को निभाया.
6. वे कहते थे कि जिंदगी से नामुमकिन शब्द मिटाने के बाद जो भी कुछ बचेगा, चाहे वो कितना भी मुश्किल लगे वही सच है.