दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रणाली को अति विचित्र करार देते हुए दिल्ली प्रदेश के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि इस केन्द्रीय विश्वविद्यालय में शहर के विद्यार्थियों के लिए कोई कोटा नहीं है. मुख्यमंत्री के इस बयान से कुछ दिनों पहले उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिखकर सुझाव दिया था कि दिल्ली के विद्यार्थियों को दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले में दूसरे राज्यों के विद्यार्थियों के मुकाबले तरजीह दी जानी चाहिए.
केजरीवाल ने ट्विटर पर कहा, दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश की प्रणाली अति विचित्र है. यहां न ही स्थानीय लोगों के लिए कोई कोटा है और न ही अंकों को सामान्य करने की कोई व्यवस्था. ईरानी को लिखे पत्र में सिसोदिया ने कहा था कि दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया में विसंगतियों के चलते दिल्ली के लाखों विद्यार्थी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं क्योंकि अन्य राज्यों के शिक्षा बोर्ड से आने वाले आवेदकों के अंक दिल्ली के विद्यार्थियों की तुलना में अधिक होते हैं.
Delhi University admission system is most bizarre. They don't have either quota for locals or normalisation of marks or entrance tests
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 7, 2016