भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद के पूर्व निदेशक और पदमश्री डॉ. बकुल ढोलकिया ने अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन संस्थान (आईएमआई) का महानिदेशक पद संभाला है. इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश के 60 पर्सेंट बी स्कूल 20 पर्सेंट स्टूडेंट्स को जॉब दिलाने में भी कामयाब नहीं रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अच्छी नौकरी नहीं मिलने की वजह से स्टूडेंट्स का एमबीए के प्रति रूझान कम हुआ है.
आईएमआई भारत के दस प्रीमियम प्रबंधन स्कूलों में से एक है और यह देश का पहला कापरेरेट जगत द्वारा प्रायोजित बिजनेस स्कूल है. इस संस्थान को आरपीजी एंटरप्राइजिज, नेस्ले, सेल, टाटा कैमिकल्स जैसी प्रमुख कंपनियों ने प्रायोजित किया है. आईएमआई दिल्ली की स्थापना 1981 में हुई. बिजनेस वर्ल्ड के हाल के बी-स्कूल सर्वे में आईएमआई को 11वां स्थान मिला.
आईएमआई की विज्ञप्ति के अनुसार ‘मैनेजमेंट गुरू’ के नाम से जाने जाने वाले पदमश्री डॉ. बकुल ढोलकिया का पूरा जीवन छात्रों, शिक्षाविदों, कंपनियों के प्रमुखों और नीति निर्माताओं को लगातार बेहतर करने के लिये प्रेरित करने में बीता है. वह हमेशा ही उन्हें कुछ नया करने के लिये प्रोत्साहित करते रहे हैं.