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जमशेदपुर विमेंस कॉलेज में BBA, BCA के स्‍टूडेंट्स को मिली बीकॉम की डिग्री, छात्राओं का हंगामा

झारखंड में स्थित जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में पिछले चार साल से चलाए जा रहे बीबीए और बीसीए कोर्स को अचानक से अमान्य घोषित कर दिया गया है.

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Students of JWC raising voice against injustice happened
Students of JWC raising voice against injustice happened

झारखंड में स्थित जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में बीबीए और बीसीए की छात्राओं ने मंगलवार को जमकर हंगामा किया. दरअसल, यहां पिछले चार से बीबीए और बीसीए कोर्स चलाया जा रहा है, लेकिन इस साल जब छात्राएं पास आउट हुईं तो उन्‍हें प्रोफेशनल डिग्री देने के बजाए बीकॉम और बीए की डिग्री थमा दी गई. बीसीए के लिए बीकॉम और बीबीए के लिए बीए की डिग्री दी जा रही है.

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बीबीए की छात्रा पूजा का कहना है कि उन्होंने बीबीए के कोर्स में एडमिशन लिया था और इस पढ़ाई के लिए पेरेंट्स से 70 हजार रुपये लिए थे. सेशन खत्म होने पर प्रोफेशनल डिग्री की जगह बीए की डिग्री दे दी गई जिसकी कोर्स फीस 2 हजार रुपये है. अपने साथ हुए इस धोखे के बाद अब छात्रा का कहना है कि वह दोषियों को सजा दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास जाएगी.

वहीं, जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ सुमिता मुखर्जी ने इस सबके लिए कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल और कोल्हान यूनिवर्सिटी के वीसी को जिम्मेदार ठहराया है. मुखर्जी ने यह कहते हुए मामले से पल्‍ला झाड़ लिया है कि उन्‍हें इस बारे में कुछ भी पता नहीं है.

प्रिंसिपल के इस रवैये पर छात्राएं और भड़क उठीं और उनके खिलाफ केस दर्ज कराने बिष्टुपुर थाना पहुंच गई. जब केस दर्ज नहीं हुआ तब छात्राएं डीसी डॉ अमिताभ कौशल से शिकायत करने पहुंची. डीसी ने छात्राओं के गुस्से को शांत किया और आश्वासन देते हुए कहा मामले को उच्च अधिकारियों के पास भेज दिया गया है और जल्द ही इस पर कारवाई की जाएगी.

गौरतलब है कि हर साल जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में बीसीए में 1000, जबकि बीबीए में 500 छात्राएं एडमिशन लेती हैं.

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