बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड की मध्यमा 10वीं परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. मगर हैरत की बात यह है कि खुद बोर्ड को नहीं पता है कि कितने स्टूडेंट्स परीक्षा में पास हुए हैं या फेल.
बोर्ड ने परीक्षा में टॉपर रहे स्टूडेंट के नामों की भी घोषणा नहीं कीं. बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. रामदेव प्रसाद का कार्यकाल 8 अप्रैल को समाप्त होने वाला था इसलिए जल्दबाजी में इस तरह का रिजल्ट जारी कर दिया गया.
बोर्ड प्रशासन ने पहले 8 अप्रैल 11 बजे रिजल्ट जारी होनी की घोषणा की मगर बाद में कहा कि रिजल्ट दोपहर एक बजे आएगा. इस तय समय पर भी रिजल्ट नहीं आया, जिसके बाद शाम चार बजे बोर्ड के अध्यक्ष ने रिजल्ट जारी किया. रिजल्ट में आश्चर्यजनक ढ़ंग से यह कहा गया कि हमने रिकॉर्ड समय में रिजल्ट पूरा कर लिया है.
लेकन जब उनसे पास फेल हुए स्टूडेंट्स की संख्या बताने को कहा गया तो उन्होंने कहा कि आंकड़े अभी तैयारी नहीं हुए हैं. रिजल्ट के लिए स्टूडेंट्स को परेशान होने की कोई बात नहीं है स्टूडेंट्स को उनका रिजल्ट 10 दिनों में उनके स्कूल भेज दिया जाएगा.