बिहार में पिछले साल आयोजित मैट्रिक परीक्षा में व्यापक स्तर पर नकल हुई थी और इस कारण सरकार को भी कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी थी. इस फजीहत से सबक लेते हुए नीतीश सरकार ने इस साल नकल मुक्त परीक्षा के आयोजन के लिए सख्त कदम उठाने का फैसला किया है.
बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने पत्रकारों को बताया कि आगामी साल 2016 की माध्यमिक (मैट्रिक) और उच्च माध्यमिक (इंटरमीडिएट) परीक्षा के स्वच्छ एवं नकल मुक्त आयोजन के लिए इस बार कई आवश्यक और कारगर पहल करने पर काम चल रहा है.
उन्होंने बताया कि इसके तहत 100 दिन पूर्व परीक्षा की तारीख की घोषणा एवं 90 दिन पूर्व परीक्षा कार्यक्रम का प्रकाशन, परीक्षा केन्द्रों पर पर्याप्त पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति के साथ-साथ उन परीक्षा केन्द्रों को इस वर्ष परीक्षा केन्द्र के रूप में चयनित नहीं करना शामिल है, जहां विगत तीन सालों में कदाचार होने की सूचना है.
इनपुट: भाषा