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Budget 2020: इं‍जीनियरिंग फ्रेशर्स को तोहफा, यहां कर सकेंगे इंटर्नश‍िप

Budget 2020-21: मोदी 2.0 कैब‍िनेट ने इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों के लिए लोकल बॉडी में एक साल इंटर्नश‍िप की घोषणा की है. सरकार ने ये व्यवस्था फ्रेशर्स के लिए की है. जानें- एजुकेशन बजट की इस खास घोषणा के बारे में.

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प्रतीकात्मक फोटो (GettyImages)
प्रतीकात्मक फोटो (GettyImages)

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  • बजट में श‍िक्षा के लिए 93 हजार करोड से ज्यादा का फंड घोष‍ित किया गया
  • देश के टॉप 100 उच्च श‍िक्षण संस्थान डिग्री लेवल का ऑनलाइन कोर्स चलाएंगे
  • देश के टॉप 150 उच्च श‍िक्षा के केंद्र अप्रेंटिस और डिप्लोमा के कोर्स चलाएंगे

Education Budget 2020-21:  शनिवार को संसद में मोदी सरकार का बजट प्रस्तुत किया गया. बजट में श‍िक्षा के लिए 93 हजार करोड़ से ज्यादा का फंड घोष‍ित किया गया. इस बजट को पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इंजीनियरिंग फ्रेशर्स के लिए बड़ी घोषणा की है.

निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2030 में भारत में नौकरी की उम्र के लोग सबसे ज्यादा होंगे जिसके लिए हमें सबसे ज्यादा प्रयास करने होंगे. इसके लिए हमें 2000 सुझाव राज्यों से मिले हैं. उन्होंने कहा कि अभी श‍िक्षा व्यवस्था में और फंड चाहिए, जिससे व्यवस्था आगे बढ़ सके. इसके साथ ही 150 उच्च श‍िक्षा के केंद्र अप्रेंटिस और डिप्लोमा के कोर्स चलाएंगे.

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शहरी लोकल बॉडी में इंटर्नश‍िप की सुविधा होगी. लोकल बॉडी जो सामाजिक कार्यों में शामिल होते हैं, वो एक साल इंटर्नश‍िप देगी. शहरी लोकल बॉडी एक साल के लिए युवाओं को ये मौका देगी. साथ ही देश के टॉप 100 उच्च श‍िक्षण संस्थान डिग्री लेवल का ऑनलाइन कोर्स चलाएंगे जिससे पिछड़े वर्ग के स्टूडेंट इसका फायदा उठा सकें.

सरकार अब इंजीनियरिंग की डिग्री लेने वाले फ्रेशर्स को इंटर्नशिप (Internships) का मौका देगी. इससे इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर भी बेरोजगार युवाओं को नौकरी का मौका मिलेगा. सरकार के मुताबिक इंटर्नशिप के मौके से युवाओं को नौकरी के मौके भी मिलेंगे.

साथ ही वित्त मंत्री ने कहा कि देश में जल्द ही नई शिक्षा नीति की घोषणा होगी. शिक्षा में निवेश को लेकर FDI लाने की घोषणा की. वित्त मंत्री ने देश में शिक्षा का बजट बढ़ाकर 99300 करोड़ कर दिया है. वित्त मंत्री ने देश में पहली नेशनल पुलिस यूनिवर्सिटी खोलने की घोषणा की

आंकड़ों में इंजीनियरिंग कॉलेजों के हालात

बता दें कि साल 2017 में ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) ने देश भर में 800 इंजीनियरिंग कॉलेज बंद करने का ऐलान किया था. हाल ये है कि कॉलेजों को इसलिए बंद करना पड़ा क्योंकि यहां एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स नहीं मिल पा रहे थे. 2017 में केरल की इंजीनियरिंग कॉलेजों में 50 फीसदी सीटें खाली रह गई थी. पिछले साल भी कई शहरों में इंजीनियरिंग कॉलेज बंद हुए. यही नहीं देश में बेरोजगार इंजीनियर्स की संख्या भी काफी ज्यादा है. ऐसा कहा जा रहा है कि इंटर्नश‍िप के बाद छात्रों को नौकरी के अवसर भी मिल सकेंगे.

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