टेक्सटाइल सेक्टर में बढ़ते तकनीकी उपयोग, प्रतिस्पर्धा और मुनाफे के कारण यह क्षेत्र युवाओं का काफी भा रहा है. टेक्सटाइल सेक्टर में सिल्क का अपना एक अलग महत्व है. इसी महत्व को देखते हुए सिल्क टेक्नोलॉजी नाम का एक कोर्स इस क्षेत्र में दिलचस्पी लेने वाले स्टूडेंट्स के बीच काफी लोकप्रिय है.
यह कोर्स टेक्सटाइटल इंजीनियरिंग के अंतर्गत आता है. यह कोर्स सिल्क उत्पादन, रेशम के कीड़े और अन्य कृत्रिम केमिकल ट्रीटमेंट से संबंधित है. सिल्क दुनिया का सबसे पुराना और महत्वपूर्ण कपड़ों में से एक है.
कोर्स के लिए योग्यता:
वे स्टूडेंट्स, जिन्होंने साइंस स्ट्रीम के साथ 12वीं पास किया है, वे इस कोर्स की पढ़ाई आगे कर सकते हैं. इस कोर्स में बीटेक, एमई, एमटेक की डिग्री उपलब्ध है.
सिल्क टेक्नोलॉजी के विषय:
1. फाइबर साइंस
2. यार्न मैन्यूफैक्चर, यार्न स्ट्रक्चर एंड प्रोपर्टीज
3. फैब्रिक मैन्यूफैक्चर एंड फैब्रिक स्ट्रक्चर
4. टेक्सटाइल टेस्टिंग
5. डायिंग
कहां मिलेगा जॉब:
जिन्होंने भी सिल्क टेक्नोलॉजी सेक्टर में बीटेक पास किया है वे इंडस्ट्रियल सेक्टर में जॉब पा सकते हैं. उन्हें टेक्निकल सेल्सपर्सन, प्रोसेस इंजीनियर, मेडिकल टेक्सटाइल इंजीनियर, सेल्स मैनेजर के रूप में जॉब मिल सकता है.
किन कंपनियों में मिलती हैं नौकरियां:
मैसूर सिल्क फैक्टरी
सिल्क मार्क
अरविंद मिल्स लिमिटेड
जेसीटी लिमिटेड
लक्ष्मी मशीन वर्क्स
लक्ष्मी मिल्स