प्राकृतिक संसाधन से जुड़ी समस्या विश्व के विभिन्न देशों में सामने आ रही हैं. इसमें जलवायु, हवा, पानी, जंगल, वन्य प्राणी, खनिज, पर्यावरण सहित अन्य प्राकृतिक संसाधन आदि शामिल हैं. इसी के साथ इस क्षेत्र में जॉब की अपार संभावनाएं बढ़ी हैं.
जानें क्या हैं नेचुरल रिसोर्स:
जो लोग प्रकृति और वन्य प्राणियों के प्रति संवेदनशील हैं, प्राकृतिक संसाधनों के समुचित इस्तेमाल के बारे में जागृत, जंगलों, नदियों, पहाड़ों के अलावा खेतों और खलिहानों में रहकर काम करने में रुचि रख्ाने वाले युवाओं के लिए नेचुरल रिसोर्स मैनेजर क्षेत्र में बेहतरीन ऑप्शन हैं .
कैसे करें पढ़ाई:
इस प्रोफेशन में प्रवेश पाने के लिए सबसे उपयुक्त शैक्षणिक योग्यता नेचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट में मास्टर्स डिग्री लेना है. इसके अलावा कई संस्थानों में नैचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स भी उपलब्ध हैं. फॉरेस्ट्री की डिग्री भी इस क्षेत्र में कारगर कही जा सकती है. काम में अनोखापन होने के साथ सैलरी स्केल भी बेहतर होता है
रोजगार के अवसर:
ऐसे ट्रेंड से जुड़े लोगों को पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, जल संसाधन एवं कृषि विभागों और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण तथा उनके विकास से संबंधित क्षेत्रों में अवसर की अपार संभावनाएं हैं. साथ ही चाय और फल बागान, रिफाइनरीज आदि से संबंधित व्यावसायिक संगठनों में भी इनकी नियुक्तियां की जाती है. इसके अलावा कंसलटेंट्स और एक्सपर्ट्स के तौप पर भी इनकी सेवाएं ली जाती हैं.
कहां से करें पढ़ाई:
बिरसा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, रांची, झारखंड
दून यूनिवर्सिटी, देहरादून, उत्तराखंड
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट मैनेजमेंट, भोपाल