सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) की 12वीं परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. स्टूडेंट्स बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर रिजल्ट देख सकते हैं.
दिल्ली की रहने वाली सुकृति गुप्ता को पहला स्थान मिला है. सुकृति गुप्ता को 497 मार्क्स मिले हैं. वो सीबीएसई 2016 की टॉपर बन गई हैं. उन्होंने मोंटफॉर्ट स्कूल, अशोक विहार से पढ़ाई की है. टॉप-थ्री पर लड़कियों ने कब्जा किया है. दूसरे स्थान पर कुरुक्षेत्र की पलक गोयल हैं, जिन्हें 496 मार्क्स मिले हैं और तीसरे स्थान पर करनाल की सौम्या उप्पल हैं. उन्हें 495 मार्क्स हासिल हुए हैं.
कुल 83 फीसदी स्टूडेंट्स इस परीक्षा में पास हुए हैं. लड़कों के मुकाबले लड़कियों के पास होने का पर्सेंटेज ज्यादा है. जहां 78.85 फीसदी लड़के पास हुए हैं, वहीं 88.58 लड़कियों को सफलता मिली है. सीबीएसई ने रिजल्ट देखने के लिए तीन वेबसाइट्स का विकल्प दिया है. यहां छात्र या अभिभावक रोल नंबर और जन्म तिथि के आधार पर अपना रिजल्ट देख सकेंगे.
तिरुवनंतपुरम रीजन के 97.61 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए हैं. चेन्नई रीजन का पास पर्सेंटेज 92.63 है. दूसरे रीजन के मुकाबले तिरुवनंतपुरम रीजन का रिजल्ट सबसे बेहतर है.
रिजल्ट देखने के लिए वेबसाइट्स:
www.results.nic.in
www.cbseresults.nic.in
www.cbse.nic.in
सर्च इंजन www.bing.com की मदद से भी रिजल्ट देख सकते हैं. सीबीएसई ने एक स्टेटमेंट जारी करके कहा है कि वो बोर्ड ऑफिस रिजल्ट के लिए न आएं, वहीं दिल्ली रीजन के स्कूलों को भी सलाह दी गई है कि वे संबंधित जोन से जाकर अपना रिजल्ट कलेक्ट करें. यह परीक्षा 1 अप्रैल से 22 अप्रैल के बीच आयोजित हुई थी. इस साल करीब 10 लाख स्टूडेंट्स ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया था. इस साल सीबीएसई 12वीं के डिजिटल मार्क्सशीट भी जारी करेगा, वहीं 12वीं का रिजल्ट एंड्रॉयड मोबाइल एप्प 'DigiResults' पर भी देख सकते हैं.
मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने भी कहा था कि बोर्ड का रिजल्ट समय से ही जारी होगा. रिजल्ट जानने के लिए उम्मीदवारों को सीबीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा. वहां से वे अपना रोल नंबर डालकर रिजल्ट जान सकते हैं.
पिछले साल परीक्षा पास करने वालों में से 87.56 फीसदी लड़कियां और 77.77 फीसदी लड़के थे. तिरुवनंतपुरम रीजन का रिजल्ट सबसे अच्छा रहा था. इस रीजन के 95.4 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए थे. गुवाहाटी में पास होने वाले स्टूडेंट्स का प्रतिशत सबसे कम रहा था. यहां 71.46 फीसदी लड़कियां और 67.34 फीसदी लड़के पास हुए थे.