बोर्ड ने प्रॉब्लम सॉल्विंग असेसमेंट इस साल से बंद कर दिया है. पीएसए का आयोजन हर साल 9वीं व 11वीं के स्टूडेंट के लिए जनवरी माह में किया जाता था, लेकिन बोर्ड ने अचानक स्कूलों को एक मेल भेज कर पीएसए नहीं कराने की सूचना दी है.
पीएसए टेस्ट को 2013 में चालू किया गया था. यह हिंदी या अंग्रेजी का ऑप्शनल टेस्ट है, जिसका उद्देश्य प्रवेश परीक्षाओं की तैयारियों के लिए स्टूडेंट की तार्किक क्षमता में विकास करना था.
इसी उद्देश्य के साथ सीबीएसई ने इस परीक्षा को शुरू किया था, जिसमें 11वीं में पीएसए देने वाले स्टूडेंट को सर्टिफिकेट जारी किया जाता था.
वहीं नौवीं के स्टूडेंट को दसवीं में पीएसए देने के बाद ग्रेड कार्ड में बेस्ट स्कोर दिया जाता था. ओएमआर शीट पर होने वाले इस टेस्ट का अलग से कोई सिलेबस नहीं था. इस परीक्षा को बोर्ड ने 9वीं और 11वीं के स्टूडेंट के लिए अनिवार्य भी किया था.