scorecardresearch
 

अब उड़ान से उड़ेंगीं लड़कियां, IIT में लेंगीं दाखिला...

CBSE ने देश के अलग-अलग इंजीनियरिंग कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में लड़कियों की संख्या बढ़ाने के लिए शुरू की उड़ान स्कीम. क्लास 9 से 12 तक की छात्राओं को पढ़ाएंगे मैथ्स और साइंस...

Advertisement
X
Girl Students
Girl Students

Advertisement

देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान IIT और NIT में लड़कियों की संख्या बढ़ाने के लिए CBSE अपनी ओर से ढेरों प्रयास कर रहा है. उसने इसके लिए उड़ान स्कीम भी जारी की है. वे इसके माध्यम से जरूरतमंद लड़कियों को इंसेंटिव भी देंगे.

CBSE ने मल्लापुरम क्षेत्रीय चैप्टर के सहोदय स्कूल कॉम्पलेक्स के आस-पास रहने वाले परिवारों से अपील किया है कि वे अपनी लड़कियों को उड़ान केन्द्रों पर भेजें. ताकि वे इस स्कीम का अधिक से अधिक लाभ उठा सकें.

आखिर क्या है उड़ान स्कीम?

  • उड़ान CBSE द्वारा शुरू की गई एक स्पेशल स्कीम है. इस स्कीम के तहत वे लोगों को और खास तौर पर लड़कियों को इंजीनियरिंग की परीक्षाओं के लिए तैयार करते हैं. वे इसके माध्यम से लड़कियों को IIT, NIT के अलावा देश के दूसरे विश्वविद्यालयों के लिए भी तैयार करते हैं.
  • इस स्कीम के तहत CBSE ऑनलाइन कोचिंग और जोन स्तर पर स्टूडेंट्स को ट्रेन करने का काम करेगी.
  • वे क्लास 9 से 12 के बीच पढ़ने वाली स्टूडेंट्स को मैथ्स और साइंस पढ़ाने का काम करेंगे. CBSE इस स्कीम के तहत 1000 जरूरतमंद लड़कियों को स्कॉलरशिप भी देगी.
  • इस स्कीम का मेन फोकस लड़कियों के भीतर लीडरशिप क्वालिटी पैदा करना और बहुप्रतिष्ठित संस्थानों के भीतर लड़कियों की संख्या बढ़ाना है.

देश के प्रतिष्ठित अंग्रेजी अखबार के अनुसार अकेले केरल में साल भर के भीतर कुल 5,000 लड़कियों ने रजिस्टर किया है. इस स्कीम के फायदे पर जोर देते हुए सहोदय के ट्रेजरर अब्दुल नजर कहते हैं कि अभी भी IIT में सिर्फ 27 फीसद लड़कियां हैं. वे इस संख्या को लगातार बढ़ाने की ओर प्रयासरत हैं. वे अधिक से अधिक लड़कियों को इंजीनियरिंग संस्थानों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

Advertisement
Advertisement