शिक्षा की क्वालिटी को बनाए रखने के लिए सीबीएसई ने स्कूलों के लिए एक नई व्यवस्था लागू की है, जिसके तहत इंटर्नल और एक्सटर्नल इवैलुएशन किया जाएगा.
सीबीएसई के एक अधिकारी ने बताया कि बोर्ड इस व्यवस्था के लिए सभी स्कूलों का इंटर्लन और एक्सटर्नल इवैलुएशन समकक्ष संस्थाओं के आधार पर किया जाएगा. स्कूलों का मूल्यांकन ऐसी मानक व्यवस्था के तहत किया जाएगा जो लगातार शिक्षा की क्वालिटी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करेगा.
बोर्ड इस संबंध में दुनिया के अन्य स्थानों पर शिक्षा की क्वालिटी बनाए रखने के लिए उपयोग की जा रही व्यवस्था के अनुरूप सीबीएसई के ह्यूमन एजेंट को चुनेंगे. बाहरी मूल्यांकन टीम को पीयर एसेसर टीम (PAT) कहा जाएगा.
अधिकारी ने बताया कि सीबीएसई इस पीयर एसेसर टीम में शामिल करने के लिए योग्य और अनुभवी लोगों की तलाश कर रही है. बोर्ड ने पीयर एसेसर के रूप में योगदान देने को इच्छुक लोगों से अपना विवरण, शैक्षणिक योग्यता, कार्यअनुभव के साथ 100 शब्दों में यह बताने को कहा है कि वह क्यों पीयर एसेसर बनना चाहते हैं.
बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि स्कूलों का मूल्यांकन करने वाले पीयर एसेसर के चयन की प्रक्रिया को व्यवस्थित एवं पारदर्शी बनाने तथा इनका प्रभावी एवं योग्य कैडर तैयार करने के लिए बोर्ड ने ‘ऑनलाइन स्क्रिनिंग टेस्ट’ लेने का प्रस्ताव किया है जो दो हिस्सों में होगा. बोर्ड ने इसके लिए इच्छुक लोगों से 30 अक्तूबर तक आवेदन करने को कहा है.