स्टूडेंट्स के स्कूल बैग को हल्का करने के लिए केंद्र ने दिशानिर्देश जारी किए हैं जिसमें अच्छी तरह से बनाई गई समय सारिणी और बच्चों के अनुकूल बैग का इस्तेमाल करने जैसे कदम उठाने का सुझाव दिया गया है.
इसके अलावा रेफरेंस किताबों का इस्तेमाल नहीं करने और दूसरी कक्षा तक के बच्चों के बैग स्कूलों में ही रखे जाने का प्रस्ताव भी शामिल है.
इन दिशानिर्देशों को 19 अगस्त को केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड के समक्ष विचारार्थ रखा जाएगा. इसमें स्टूडेंट्स के बीच पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के लिए ‘क्लास लाइब्रेरी’ बनाने का भी समर्थन किया गया है.
दिशानिर्देश ऐसे समय में आए हैं जब स्कूल बैग का वजन बढ़ने और इसका स्टूडेंट्स की सेहत पर हो रहे असर को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है.
-इनपुट भाषा से