स्वीडन के टामस लिंडल, अमेरिका के पॉल मोड्रिच और अमेरिकी तुर्की वैज्ञानिक अजीज संजार को डीएनए के संबंध में महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए रसायन विज्ञान के नोबल पुरस्कार से नवाजा गया है.
रॉयल स्वीडिश अकाडमी आफ साइंस ने आज कहा कि उनके कार्य से इस बात की बुनियादी जानकारी मिली कि जीवित कोशिकाएं कैसे काम करती हैं. उनके निष्कर्षों का इस्तेमाल अन्य चीजों के अलावा कैंसर का नया इलाज विकसित करने में किया जा रहा है.
लिंडल फ्रांसिस क्रिक इंस्टीटयूट के मानद समूह प्रमुख और ब्रिटेन में क्लेयर हॉल लेबोरेटरी में कैंसर रिसर्च यूके के मानद निदेशक हैं. मोड्रिच का जन्म 1946 में हुआ और वह हावर्ड ह्यूस मेडिकल इंस्टीटयूट में परीक्षणकर्ता और ड्यूक यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन, दरहम, नार्थ केरोलीना में प्रोफेसर हैं. संजार यूनिवर्सिटी ऑफ नार्थ केरोलीना स्कूल आफ मेडिसिन चैपल हिल में प्रोफेसर हैं.
पुरस्कार के तहत 80 लाख स्वीडिश क्रोनोर :लगभग 9,60,000 अमेरिकी डालर: दिए जाएंगे। पुरस्कार 10 दिसंबर को पुरस्कार के संस्थापक अल्फ्रेड नोबल की पुण्य तिथि पर प्रदान किए जाएंगे.
नोबल पुरस्कारों की अगली कड़ी में कल साहित्यिक पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी. शुक्रवार को नोबल शांति पुरस्कार और सोमवार को अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करने वालों के नामों का ऐलान किया जाएगा.
इनपुट: भाषा