चीन अगले तीन से पांच साल में अपने प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में श्रम शिक्षा को बढ़ावा देगा. शिक्षा मंत्रालाय (एमओई) द्वारा जारी बयान से यह जानकारी प्राप्त हुई है.
स्कूल की कक्षाओं में सिलाई, शिल्पकला, पाक कला, घरेलू कामकाज और अन्य आवश्यक कार्यो पर जोर दिया जाएगा. स्टूडेंट्स को श्रम के महत्व को अधिक करीब से समझाने के लिए खेतों, कारखानों और सेवा कंपनियों में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा .
एमओई के मुताबिक, सभी स्कूलों के लिए स्कूली शिक्षा के दौरान स्टूडेंट्स को श्रम शिक्षा देना अनिवार्य होगा. स्कूलों को स्टूडेंट्स को प्रशिक्षित करने के लिए कारीगर और तकनीशियन बुलाने के निर्देश भी दिए गए हैं.
यह फैसला देश के युवाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, जो बहुत कम घरेलू कार्य करते हैं. शैक्षणिक दबाव के कारण स्कूल अभिभावक भी बच्चों को घरेलू कामकाज से दूर रखते हैं, ताकि पढ़ाई से उनका ध्यान न भटके.
इनपुट: IANS