काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) बोर्ड ने 2016 से 12वीं कक्षा की मार्क्स स्कीम में बदलाव की घोषणा की है.
CISCE ने एक बयान में कहा, "कम्प्यूटर विज्ञान, फैशन डिजाइनिंग, शारीरिक विज्ञान, भारतीय शास्त्रीय संगीत (हिंदुस्तानी), भारतीय शास्त्रीय संगीत (कर्नाटक शैली) और पाश्चात्य संगीत विषयों की लिखित और प्रायोगिक दोनों परीक्षा की अंक योजना में बदलाव किया गया है."
बयान के मुताबिक, "सैद्धांतिक और प्रायोगिक दोनों परीक्षाओं के लिए 50-50 अंक की योजना को बदलकर अब सैद्धांतिक के लिए 70 और प्रायोगिक के लिए 30 अंक निर्धारित किए गए हैं." सैद्धांतिक और प्रायोगिक दोनों परीक्षाओं की अवधि तीन-तीन घंटे तय की गई है.
सीआईएससीई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गेरी अरथून ने आईएएनएस को बताया, "विश्वविद्यालयों और छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ये बदलाव किए गए हैं. हर संबंधित स्कूल को बोर्ड की ओर से जारी परिपत्रों के माध्यम से सूचना दे दी गई है और छात्रों तथा उनके अभिभावकों को भी सूचित करने के निर्देश दे दिए गए हैं."
बयान में कहा गया है कि बदलाव केवल 12वीं कक्षा की परीक्षाओं पर ही लागू होते हैं. सीआईएससीई स्कूली शिक्षा का राष्ट्र स्तरीय निजी बोर्ड है, जो 10वीं और 12वीं कक्षाओं के लिए कम्रश: इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (आईसीएसई) और इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (आईएससी) की परीक्षाएं आयोजित करता है. वर्ष 1958 में स्थापित इस बोर्ड से देशभर के 2,082 स्कूल संबद्ध हैं.
इनपुट: IANS