केंद्र की बीजेपी सरकार ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) में 12वीं के 40 फीसदी अंक को वेटेज देने का पिछली सरकार का फैसला वापस ले लिया है. यह फैसला 2017 से प्रभावी होगा. लागू होने के तीन साल बाद यह फैसला किया गया है.
आपको बता दें कि फिलहाल देश के 31 एनआईटी 60 फीसदी जेईई (मेन) के मार्क्स और 40 फीसदी 12वीं के अंकों के आधार पर दाखिला देते हैं. सूत्रों के मुताबिक एचआरडी मिनिस्ट्री स्मृति ईरानी (NIT काउंसिल की चेयरपर्सन हैं) ने कहा है कि रैंक तय करने में बोर्ड के अंकों की भूमिका खत्म की जाएगी.
12वीं के स्कोर्स से उन स्टूडेंट्स को सीट का नुकसान भी झेलना पड़ता है जिनके बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट देर से आते हैं. दरअसल, ऐसा देखने को मिला है कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए कई बोर्ड्स के स्टूडेंट्स स्कोर्स जमा करने में देरी करते हैं.