कॉमन एडमिशन टेस्ट (CLAT) के आंसर 'की' में हुई गलतियों की जांच के लिए पैनल गठित करने का फैसला लिया गया है.
यह फैसला राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, लखनऊ ने लिया है. आंसर 'की' के अलावा स्टूडेंट्स ने अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से पैनल को यह भी पूछा है कि करीब आधे से ज्यादा सवाल एमबीए एंट्रेस टाइप के थे, जो कि एक पीजी लेवल का कोर्स है.
वहीं, दिल्ली के स्टूडेंट्स ने यह भी पूछा है कि दिल्ली के रिजल्ट में इतनी गिरावट कैसे हुई. दिल्ली से करीब 20-30 फीसदी उम्मीदवार सफल होते थे, जबकि इस साल मात्र 6 फीसदी स्टूडेंट्स को ही सफलता मिली है.
फिलहाल CLAT रिजल्ट के पहले आबंटन लिस्ट पर तब तक के लिए रोक लगा दी गई है जब तक कि राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी इस पर अंतिम फैसला नहीं ले लेती.
ऐसा बताया जा रहा है कि करीब 20 से ज्यादा सवालों के जवाब ऐसे हैं जो आंसर 'की' में गलत हैं. आंसर 'की' से संबंधित एक पीआईएल (PIL) इलाहाबाद हाई कोर्ट में डाली गई है.