भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में प्रवेश पाने वाली छात्राओं की संख्या में कमी की समस्या को दूर करने के लिए एक समिति ने इन प्रतिष्ठित संस्थानों में लड़कियों के लिए आरक्षण की सिफारिश की है.
ऐसा समझा जा रहा है कि समिति ने लड़कियों के लिए कुल सीट के आधार पर 20 प्रतिशत तक अतिरिक्त सीट की सिफारिश की है. समिति की सिफारिशों को अंतिम निर्णय के लिए संयुक्त नामांकन बोर्ड (जेएबी) के समक्ष रखा जाएगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक , रिजर्वेशन आठ साल के लिए होगा या तब तक के लिए होगा जब तक आईआईटी में लड़कियों की संख्या 20 फीसदी न हो जाए. सूत्रों के मुताबिक, बोर्ड के टॉप 20 परसेंटाइल में आने वालीं और जेईई एडवांस्ड क्रैक करने वालीं लड़कियों को ही इस आरक्षण का लाभ मिल पाएगा.
लड़कियों की कम होती संख्या (करीब आठ फीसदी) को लेकर जेएबी ने एक कमेटी बनाई थी जिसका मकसद उन उपायों की तलाश करना था जिससे आईआईटी में लड़कियों की संख्या बढ़ सके.