राजस्थान के कोटा में इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्रों की आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चिंता जाहिर की है. जहां उन्होंने बुधवार को छात्रों के लिए फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है. जहां उन्होंने लिखा, 'मैं छात्रों से कहना चाहता हूं कि कोई भी असफलता स्थायी नहीं होती है. आप हार ना मानें. आप सभी पर हमें नाज़ है. आप मेहनत करें और हौसला रखें, किसी ना किसी रूप में कामयाबी आपके क़दम ज़रूर चूमेगी.'
उन्होंने आगे लिखा, 'डरने की बिल्कुल ज़रूरत नहीं है. हमें गर्व है आप पर. छात्रों के माता-पिता से मेरी प्रार्थना है कि बच्चे बहुत मेहनत करते हैं, उन पर दबाव जितना कम हो उतना ही बेहतर है. मैं आप सभी छात्रों की कामयाबी की कामना करता हूं.'
कोटा: चार दिन के भीतर कोचिंग करने वाले 3 छात्रों ने लगाई फांसी
कोचिंग हब कोटा: छात्रों के लिए बन रहा है कब्रगाह!
आपको बता दें, पिछले दिनों कोटा में चार दिन के भीतर 3 स्टूडेंट्स ने आत्महत्या कर ली थी. कोटा की बतौर कोचिंग हब पहचान बन चुकी है. लेकिन ऐसा रातों-रात नहीं हुआ. करीब 2 दशक पहले इस जिले को इंडस्ट्रियल टाउन के रूप में जाना जाता था जहां लघु उद्योग चल रहे थे. यहां इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट, कपड़े आदि की ईकाइयां काम कर रही थीं. धीरे-धीरे ये इकाइयां पीछे चली गई हैं और कोचिंग सेंटरों का विस्तार होता गया.
बता दें, मेडिकल की कोचिंग के लिए प्रसिद्ध कोटा के कोचिंग सेंटर्स में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल समेत देश के विभिन्न राज्यों के लाखों छात्र यहां अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए आते हैं.
हर साल डेढ़ लाख छात्र आते हैं कोटा
हर साल तकरीबन डेढ़ लाख से ज्यादा छात्र कोटा में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने आते हैं, इनमें से अधिकांश राजस्थान के बाहर के होते हैं. इनकी जरूरतें पूरी करने के लिए यहां बाजार विकसित हो गए हैं. कोटा में इसी को लेकर बहुत सारे घर, अपार्टमेंट, कॉम्प्लेक्स, रेस्टोरेंट, फूड जॉइंट खुल गए हैं जो छात्रों के बल पर चल रहे हैं.
इससे यहां पर कोचिंग का एक वातावरण तैयार हो गया है. आपको बता दें, ऐसा पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने कोटा में पढ़ रहे छात्रों के लिए चिंता जाहिर की है, उन्होंने इससे पहले PM मोदी को चिट्ठी लिखकर कोचिंग हब कोटा में कमर्शियल एयरपोर्ट बनाने की मांग की थी.
राहुल की PM को चिट्ठी- कोचिंग हब कोटा में बने कमर्शियल एयरपोर्ट
राहुल गांधी ने अपने पत्र में लिखा कि पूरे देश से हर साल डेढ़ लाख छात्र कोचिंग लेने कोटा आते हैं. कोटा में कोई कमर्शियल एयरपोर्ट नहीं है, ऐसे में छात्रों के परिजनों को यहां आने में परेशानी होती है. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया यहां एक एयरपोर्ट का संचालन करती है, लेकिन उससे नियमित कमर्शियल उड़ानें नहीं होतीं. जरूरत है कोटा में एक कमर्शियल एयरपोर्ट बनाया जाए और उसे देश के महानगरों से सीधे जोड़ा जाए.