बागपत के एक कॉन्वेन्ट स्कूल में तुगलकी फरमान का मामला सामने आया हैं. यहां पर हाथ में राखी और कलावा बांधकर आये छात्रों के हाथ से कलावा काटा गया. जिसको लेकर अभिभावकों ने अपना विरोध जताया. अभिभावकों ने इसकी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से की.
स्कूल प्रबंधन का कहना है कि अगर स्कूल में पढ़ना है तो कलावा और राखी नहीं बांधनी होगी. इसे चेतावनी के बजाय फरमान की तरह सुनाया गया है. दरअसल बागपत जनपद के क्रिश्चियन स्कूल जिसे 'क्रस्तु ज्योति कॉन्वेन्ट हाईस्कूल' के नाम से जाना जाता है. उस स्कूल में इन दिनों छात्र-छात्राओं पर हाथ में राखी और कलावा बांधने पर प्रतिबंध लगाया गया है. इतना ही नहीं कई छात्र-छात्राओं के हाथों से कलावा और राखी तक कटवा दी गई. इसके साथ ही सख्त हिदायत दी गई कि अगर हाथ में कलावा बांध कर आना है तो किसी अन्य स्कूल में एडमिशन ले लें.
हाथ में कलावा बांधने पर स्कूल में होती है पिटाई...
क्रस्तु ज्योति कॉन्वेन्ट हाईस्कूल के इस कारनामे का पता तब चला जब कक्षा 6 में पढ़ने वाली एक छात्रा ने इसकी जानकारी अपने अभिवावकों दी. जिसके बाद छात्रा के पिता ने फेसबुक पर पोस्ट डाली. छात्रा ने बताया कि जब बच्चों के हाथ पर से कलावा और राखी काटी गई तो कुछ बच्चों की पिटाई भी की गई.
स्कूल प्रबन्धन के इस फैसले से छात्रा अनिका भी खौफ जदा है. साथ ही छात्रा का कहना है कि स्कूल में उन्हें यीशु के बारे में लिखा एक पेपर भी दिया जाता है और फिर उसका टेस्ट कराया जाता है.
अभिभावकों ने प्रशासन से की शिकायत...
वहीं बच्चों के स्कूल में कलावा और राखी बांधने पर लगाए गए प्रतिबन्ध और फरमान के बारे में अभिवावकों ने प्रशासिनक अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही है. स्कूल प्रबन्धन पर उठ रहे सवाल के बारे में जब स्कूल मैनजेमेंट से बात करने का प्रयास किया गया तो स्कूल मैनेजमेंट ने मीडिया से बात करने से इंकार कर दिया. वहीं एक प्रतिष्ठित स्कूल होने की वजह से प्रशासन भी चुप्पी साधे हुए है.