कामयाबी का कोई सेट फॉर्मूला नहीं है. न उम्र, न अनुभव और न ही ओहदा. सफलता किसी भी उम्र में और किसी भी तबके के व्यक्ति को मिल सकती है. इसका एक उदाहरण
इस बार IPL के 10वें संस्करण में सिराज मोहम्मद के रूप में देखने को मिला. तेलंगाना के रहने वाले 22 साल के सिराज मोहम्मद को सनराईजर्स हैदराबाद ने 2.6 करोड़ में खरीदा.
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सिराज एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता ऑटो ड्राइवर हैं उनकी मां घर का खर्च चलाने के लिए घरों में काम करती हैं.
सिराज पढ़ने में अच्छे नहीं हैं. उनका सिर्फ क्रिकेट में ही मन लगता है और वो सिर्फ वही खेलते हैं. इस बात को लेकर वो अपने माता-पिता से कई बार डांट भी सुन चुके हैं. पर
सिराज के ऊपर क्रिकेट का जुनून ऐसा चढ़ा कि उन्होंने बिना किसी कोच के ही क्रिकेट की एबीसीडी सीख ली.
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अपनी मेहनत की बदौलत ही सिराज को रणजी में मौका मिल गया और रणजी के 9 मैचों में सिराज ने 41 विकेट लिए थे. इनकी काबिलियत देख कर IPL ऑक्शन में इनकी बोली 20 लाख के बेस प्राइस से 2.6 करोड़ रुपये पहुंच गई.
सिराज अब इस रकम के साथ करोड़पति बन गए हैं और अपने परिवार के हालात ठीक करना चाहते हैं. वो अपने माता-पिता के लिए अच्छे इलाके में एक घर बनवाना चाहते हैं.
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सिराज ऐसे लोगों के लिए प्रेरणा हैं, जो यह सोचकर हालात के सामने हार मान लेते हैं कि उनकी गरीबी उन्हें आगे नहीं बढ़ने देगी.