दिल्ली सरकार ने 2016-17 के लिए 46,600 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट पेश किया है. शिक्षा के लिए 10,690 करोड़ रुपये दिए गए हैं जो पिछले साल के मुकाबले 8.68 फीसदी अधिक हैं. शिक्षा का कुल बजट 23 फीसदी है.
बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार का मकसद तीन साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से बेहतर स्थिति में लाना है. इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. शिक्षकों की भर्ती के साथ ही अतिथि शिक्षकों को भी स्थायी करने की योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
बजट में शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी अहम घोषणाएं :
1. स्कूलों में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी, जिसके लिए 100 करोड़ आवंटित किए गए हैं.
2. 9623 नए शिक्षकों की भर्ती होगी. साथ ही मंडोली और नरेला, विवेक विहार में नए कॉलेज खोले जाने की भी घोषणा की गई है.
3. बजट में नई स्कूल इमारतों का निर्माण किए जाने की घोषणा के साथ 8,000 नए कमरे बनाए जाने की बात कही गई है.
4. टीचर ट्रेनिंग के लिए शिक्षकों को अब हॉवर्ड, कैंब्रिज विश्वविद्यालयों में भेजा जाएगा.
5. एनसीआरटी के कोर्स को अपग्रेड किया जाएगा. पिछले साल इसके लिए 9.4 करोड़ रुपये रखे गए थे जो इस बार बढ़ा दिए गए है.
6. स्कूलों में शौचालय, साफ-सफाई, पेयजल और ग्रीनबोर्ड का इंतजाम किया जाएगा.
7. करियर योजना के तहत दिल्ली के युवाओं को रोजगार के अवसरों का रास्ता खुलेगा. इसके लिए दिल्ली सरकार ने 100 से अधिक स्मार्ट कैरियर कॉलेज तैयार करने का फैसला लिया है.
8. सरकार ने अगले वित्त वर्ष में 50 हजार युवाओं को स्किल ट्रेनिंग देने का लक्ष्य रखा है.
9. उच्च शिक्षा के स्तर पर दिल्ली विश्वविद्यालय से संबंध तीन कॉलेजों में डबल शिफ्ट शुरू होगी और सात कॉलेजों में वित्त पोषित पाठ्यक्रम भी शुरू होंगे. इससे कटऑफ का स्तर कम करने में मदद मिलेगी.
10. बच्चों में खेलों के विकास के लिए 55 स्कूलों में फुटबॉल स्टेडियम विकसित किए जाएंगे. साथ ही खेल प्रतिभा विकास विद्यालय और स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी स्थापित करने की जाएगी. खेलों के विकास के लिए 48 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.