दिल्ली सरकार ने एक अहम फैसले में सभी अध्यापकों को टैब बांटने का फैसला लिया है. दिल्ली के उप- मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को एजुकेशन डिपार्टमेंट से कहा है कि वे आईटी डिपार्टमेंट को इसका खाका तैयार करने को कहें.
एजुकेशन डिपार्टमेंट में सलाहकार अतिशि मारलीना ने कहा, 'स्कूल अध्यापकों पर से क्लेरिकल बोझ कम करने की मांग लंबे समय से आ रही थी. उन्हें अध्यापन के अलावा कई सारे नॉन एकेडमिक काम भी करने पड़ते हैं. इसलिए हमने यह निर्णय लिया कि सभी अध्यापकों को टैबलेट दिए जाएं. इसमें 15,000 गेस्ट टीचर्स हैं और 1,000 प्रिंसिपल्स और एजुकेशन डिपार्टमेंट से 100 अधिकारी शामिल हैं.'
उन्होंने बताया कि इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि अगर कोई बच्चा उपस्थित नहीं है तो उसका एबसेंट मार्क लगते ही वह मैसेज सीधा अभिभावक के पास पहुंच जाएगा. धीरे-धीरे इसमें और एप्स जोड़े जाएंगे.
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डिपार्टमेंट यह उम्मीद कर रहा है कि मार्च के अंत तक टीचर्स टैब पर अंक देने और रिपोर्ट कार्ड बनाने लगेंगे. मारलीना ने बताया, 'अभी कई रिकॉर्ड्स को हाथ से तैयार किया जाता है. नए सिस्टम में अध्यापक टैब पर मार्क्स देने लगेगा और रिपोर्ट कार्ड कंप्यूटर जेनरेटिड होगी. यह सिस्टम कई प्राइवेट स्कूल्स में है. हम अध्यापकों को टैब पर ट्रेनिंग मटीरियल भी देंगे. सरकार डाटा पैकेज भी निश्चित करेगी और देखेगी कि ऑफिशियल काम के लिए कितना डाटा आवश्यक है.'
बता दें कि इसके लिए दिल्ली सरकार ने 50 करोड़ रुपए का बजट रखा है.