दिल्ली विश्वविद्यालय में रैगिंग को रोकने के लिए प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. नए सत्र में इन कदमों को सख्ती से लागू किया जाएगा.
डीयू के रजिस्ट्रार तरूण दास ने कहा, 'डीयू के प्रोटोकॉल बोर्ड की एक बैठक में आकादमिक सत्र की शुरूआत के साथ स्टूडेंट्स के प्रवेश को सुगम बनाने के विभिन्न उपायों पर चर्चा की गई. हमने विश्वविद्यालय के विभिन्न कालेजों में रैगिंग की रोकथाम और अनुशासन बनाये रखने के लिए दिल्ली पुलिस और डीटीसी को साथ लिया है.'
दाखिले के समय स्टूडेंट्स से ऐसा हलफनामा पेश करने को कहा गया है, जिसमें ये बताना होगा कि वे रैगिंग संबंधी सभी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करेंगे. साथ ही कॉलेजों को बाहरी लोगों की पहुंच के दायरे से बाहर कर दिया गया है.
सभी कॉलेजों के बाहर पुलिस चौकी होगी और महिला कालेजों को विशेष सहायता दी जायेगी. रोकथाम या दंडात्मक उपाए के बारे में प्राचार्य कदम उठायेंगे, हालांकि राजनीतिक दलों की ओर से दीवार गंदा करने पर अगर जरूरी हुआ तब पुलिस सीधे कार्रवाई करेगी. अगर कालेज अधिकारी महसूस करेंगे तब रैगिंग करने वालों के खिलाफ पुलिस की मदद ले सकते हैं.
दास ने कहा, 'सभी कालेजों से एंटी रैगिंग और सतर्कता दल गठित करने को कहा गया है. महिलाओं के लिए लिए मार्शल आर्ट्स से प्रशिक्षित विशेष पुलिस इकाई को विश्वविद्यालय में संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया जायेगा.
विश्वविद्यालय ने दो संयुक्त नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. नार्थ कैम्पस से 27667221 और साउथ कैम्पस नियंत्रण कक्ष से 24119832 से सम्पर्क किया जा सकेगा. ये मंगलवार से काम करना शुरू कर देंगे.
इनपुट: भाषा