दिल्ली यूनिवर्सिटी में अलग-अलग कोर्सों में एडमिशन लेने वाले विदेशी स्टूडेंट्स, विशेष रूप से छात्राओं, की संख्या बढ़ रही है.
यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने दावा किया कि 16 दिसंबर 2012 को हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद बनी धारणा के बावजूद छात्राएं हायर एजुकेशन के लिए इसे एक सुरक्षित जगह मानती हैं. डीयू फॉरेन स्टूडेंट रजिस्ट्रेशन ऑफिस के मुताबिक 2012-2013 सत्र में 1,007 विदेशी छात्रों ने अलग-अलग कोर्सों में एडमिशन लिया था. 2014-2015 में यह संख्या बढ़कर 1,184 हो गई जबकि 2011-12 में डीयू में 952 विदेशी छात्रों ने एडमिशन लिया था.
एफएसआरओ की प्रमुख अमृता कौर बसरा ने कहा, ‘डीयू में दक्षिण एशियाई और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से अधिक स्टूडेंट्स लेते हैं जबकि पश्चिम एशिया , यूरोपीय और अफ्रीकी देशों से भी काफी स्टूडेंट्स आ रहे हैं.’
-इनपुट भाषा से