दिल्ली यूनिवर्सिटी के वीसी दिनेश सिंह ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को जवाब लिखकर अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है. मंत्रालय के कारण बताओ नोटिस के जवाब में अपना जोरदार बचाव करते हुए उन्होंने कहा है कि एफआईयूपी प्रोग्राम में किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं की गई. उन्होंने दावा किया है कि इसके लिए जरूरी मंजूरी हासिल की गई थी.
सूत्रों के मुताबिक सिंह ने अपने जवाब में कहा है कि चार साल के अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम (एफवाईयूपी) को मंत्रालय की मंजूरी हासिल थी. सूत्रों के अनुसार उन्होंने यह भी कहा है कि सभी फैसले इस बात को भी ध्यान
में रखते हुए किए गए कि स्टूडेंट्स के हितों को किसी भी तरह से नुकसान नहीं
पहुंचे.
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चार साल के बीटेक प्रोग्राम के संबंध में ऐसा समझा जाता है कि उन्होंने दलील दी है कि उसके लिए मंजूरी की कोई जरूरत नहीं थी क्योंकि यह प्रोग्राम यूनिवर्सिटी चला रही थी.
आपको बता दें कि मंत्रालय ने उन्हें नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिनों का समय दिया था और सिंह ने 15वें दिन अपना जवाब मंत्रालय को भेज दिया.
- इनपुट भाषा