क्या खास है डेनमार्क में, जो वो बना सबसे खुशहाल देश...
इस साल डेनमार्क को सबसे खुशहाल देश का खिताब दिया गया है. सबके मन में यही सवाल है कि आखिर क्यों डेनमार्क को यह खिताब मिला है, हम आपको बताते हैं...
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- नई दिल्ली,
- 24 अक्टूबर 2016,
- (अपडेटेड 24 अक्टूबर 2016, 3:03 PM IST)
इस साल के आरंभ में संस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशंस नेटवर्क यानी SDSN ने एक रिपोर्ट में डेनमार्क को सबसे खुशहाल देश बताया था. आज हम आपको डेनमार्क के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं...
- डेनमार्क यूरोप में है और इसकी राजधानी कोपनहेगन है.
- यहां की रानी मारग्रेथा II हैं और प्रधानमंत्री लार्स लोके रासमुसेन हैं.
- यहां की आबादी 5.6 मिलियन है और यह 43,098 स्क्वायर किमी क्षेत्र में फैला है.
इस देश में रात बस 40 मिनट की होती है...
- प्रमुख भाषा डैनिश है और प्रमुख धर्म ईसाई है.
- लोग यहां खुशहाल हैं और जीवन दर 77 साल (पुरुष) और 81 साल (महिलाएं) हैं.
- यहां अनाज में जौ, जई, गेहूं उगाया जाता है और बकरियों व घोड़ों का पालन किया जाता है. मछलीपालन का भी यहां की अर्थव्यस्था में बड़ा योगदान है.
- कृषि और पशुपालन के अतिरिक्त यहां का खाद्य, रसायन, वस्त्र, धातुकर्म और जहाजरानी प्रमुख उद्योग हैं. यहां मुख्य उत्पाद हैं बीयर, कागज और काठ.
वियतनाम इन वजहों से है बेहद खास
- यहां क्रोन करेंसी प्रयोग होती है.
- डेनमार्क की सबसे अच्छी यूनिवर्सिटी में से एक है यूनिवर्सिटी ऑफ कोपनहेगन, जिसका स्थान क्यू एस वर्ल्ड रैकिंग में 45वां है. इस यूनिवर्सिटी की खासियत यह है कि बहुत सारे बेस्ट कोर्सेज डैनिश भाषा के अलावा जर्मन और अंग्रेजी भाषा में भी कराए जाते हैं.
इस चिड़ियाघर में इंसान कैद होते हैं और जानवर आजाद घूमते हैं...
- डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में एक ऐसी मस्जिद है जहां सभी काम महिलाएं करेंगी. इस मस्जिद की शुरुआत शेरीन खानकन नाम की महिला ने की है. शेरीन के पिता सीरियाई मुस्लिम हैं और मां इसाई हैं. इस मस्जिद का नाम मरियम रखा गया है.
- 2008 के भ्रष्टाचार दृष्टिकोण सूचकांक के अनुसार यह विश्व के सबसे कम भ्रष्ट देशों में से शामिल है.