कोरोना वायरस के कारण मार्च से दिल्ली के स्कूल बंद हैं. ऐसे में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को स्कूल पुनः खोलने की योजना पर पत्र लिखा है. आइए जानते हैं मनीष सिसोदिया ने पत्र में क्या लिखा है.
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मनीष सिसोदिया ने इस बात की जानकारी ट्वीट के माध्यम से दी. जिसमें उन्होंने लिखा, "समय आ गया है कि कोरोना के सहअस्तित्व को स्वीकार करते हुए देश में स्कूलों की भूमिका नए सिरे से तय की जाए"
मानव संसाधन विकास मंत्री को सिसोदिया का खत
- कोरोना के साथ जीने के दौरान दुनिया में शिक्षा में बड़े बदलाव होंगे, अपनी आवश्यकतानुसार स्कूलों का पुनर्निर्माण करें, हम इंतजार न करें कि अन्य देश कुछ कर लें, तो हम उसकी नकल करें.
- हम अपने बच्चों को एक बेहतर और ज्यादा ख्याल करने वाले स्कूल दें.
समय आ गया है कि कोरोना के सहअस्तित्व को स्वीकार करते हुए देश में स्कूलों की भूमिका नए सिरे से तय की जाय...
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री @DrRPNishank जी को मेरा पत्र pic.twitter.com/d7ZXgAO2zs
— Manish Sisodia (@msisodia) June 6, 2020
- कोरोना महामारी समूची मानवता के सामने संकट है, लेकिन यह स्कूलों की भूमिका पर पुनर्विचार का अवसर भी है.
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- स्कूलों को साहसिक भूमिका के लिए तैयार नहीं किया गया तो यह हमारी ऐतिहासिक भूल होगी, स्कूलों की भूमिका पाठ्यपुस्तकों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि बच्चों को जिम्मेदार जीवन जीने के लिए तैयार करने की होगी.
- सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ परामर्श करके स्कूल अपनी जरूरत और संसाधनों को ध्यान में रखते हुए अपनी योजना स्वयं बना सकें.
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- अभी स्कूलों को सपोर्ट की आवश्यकता होगी, बच्चों की तरह ही शिक्षा जगत से जुड़े सभी लोगों और स्कूलों को भी सीखने और जिम्मेदार बनने की जरूरत है.