कनफ्लिक्ट ट्रांसफॉर्मेशन नया उभरता, इनोवेटिव सब्जेक्ट है जिसमें संभावनाओं के कई द्वार खुल रहे हैं. इस एहसास के गहराने के साथ कि दुनिया में नेशनल कनफ्लिक्ट से निबटने की व्यवस्था अभी कारगर नहीं हो पाई है, सिविल सोसाइटी पीस प्रॉसेस के लिए 'लोगों’ को तैयार करने का रचनात्मक विकल्प तलाश रही है.
इसी संदर्भ में कनफ्लिक्ट ट्रांसफॉर्मेशन की एकेडमिक कोर्स के रूप में लोकप्रियता बढऩे लगी है. लेडी श्रीराम कॉलेज (एलएसआर) में सोशियोलॉजी, पॉलिटिकल साइंस, मीडिया स्टडीज और साइकोलॉजी जैसे सब्जेक्ट्स के मिश्रण से एक साल के डिप्लोमा कोर्स में विभिन्न विषयों के लेक्चर, केस स्टडीज, फील्ड वर्क, पैनल और ग्रुप डिस्कशन का संगम है.
एलएसआर की प्रिंसिपल मीनाक्षी गोपीनाथ कहती हैं, ''लर्निंग सिर्फ क्लासरूम में डिस्कशन तक ही सीमित नहीं है. स्टुडेंट्स को संपूर्ण नजरिया विकसित करने और प्रैक्टिकल नॉलेज के लिए हम वर्कशॉप, एकेडमिक फेस्टिवल और सेमिनार का आयोजन भी करते हैं.” सोशल और एनजीओ वर्क में दिलचस्पी रखने वाले स्टुडेंट्स के लिए यह कोर्स बतौर प्रोफेशनल लाभदायक होगा.