डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी- बॉम्बे और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी- मद्रास के साथ मिलकर एयरोस्पेस रिसर्च एंड डेलवमेंट को बढ़ावा देने के लिए करार किया है.
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक डीआरडीओ और दोनों आईआईटी के बीच समझौता मोदी सरकार के 'मेक इन इंडिया' कैंपेन को ध्यान में रखते हुए किया गया है. कुछ ही महीनों में इसे मंजूरी मिलने की संभावना है. मंजूरी मिलने के बाद डीआरडीओ, आईआईटी-बॉम्बे और आईआईटी-मद्रास को 180 करोड़ रुपये रिसर्च के लिए देगा.
इसके अलावा आईआईटी-बॉम्बे को 50-60 करोड़ इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी दिए जाएंगे. आईआईटी-मद्रास के एक प्रोफेसर की मानें तो एकेडमिक रिसर्च में सरकार की तरफ से यह अब तक का सबसे बड़ा निवेश होगा. सूत्रों की मानें तो आईआईटी-मद्रास और आईआईटी-बॉम्बे प्रमुख नोडल सेंटर होंगे. इसके अलावा इस रिसर्च प्रोग्राम में आईआईटी-खड़गपुर, गुवाहाटी और भुवनेश्वर के साथ-साथ एनआईटी सूरत को भी शामिल किया जाएगा.