मध्य प्रदेश के जनजातीय इलाके झाबुआ में सरकारी विद्यालयों में राज्य के स्थापना दिवस (1 नवंबर) से टीचर्स भी छात्रों की तरह ही एक खास तरह के परिधान में नजर आएंगे. जिला प्रशासन ने शिक्षकों के लिए भी ड्रेस कोड तय किया है और इसके लिए उनकी सहमति ली गई है. इस बाबत निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं.
सरकारी विद्यालयों में छात्रों के लिए ड्रेस पहले से ही तय हैं. सभी का एक जैसा परिधान पहनना अनुशासन के लिए आवश्यक माना जाता है. जनजातीय बहुल झाबुआ जिले में जिला प्रशासन शिक्षा का प्रतिशत सुधारने और अनुशासन कायम रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है.इसी क्रम में पिछले दिनों शिक्षकों की एक कार्यशाला हुई थी, जिसमें जिले में शिक्षा की स्थिति पर चिंता जताई गई थी.
कार्यशाला में आए शिक्षकों ने अपने-अपने सुझाव भी दिए, जिसमें से एक था शिक्षकों का एक ही तरह के परिधान में स्कूल पहुंचना.झाबुआ के जिलाधिकारी बी. चंद्रशेखर ने बताया कि एक ही तरह के परिधान से अनुशासन बढ़ता है.
एक कार्यशाला में शिक्षकों के लिए भी ड्रेस तय करने का सुझाव आया था, जिस पर आम सहमति के बाद अब शिक्षकों के लिए भी ड्रेस तय कर दी गई है.