दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस के अंग्रेजी विभाग में मंगलवार को स्टूडेंट्स के दो समूहों ने अलग-अलग मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन किया. स्टूडेंट्स का एक ग्रुप नए टीचरों के पढ़ाने के तरीके से नाखुश था और उनका कहना था कि इससे पढ़ाई की क्वालिटी पर असर पड़ा रहा है. स्टूडेंट्स इस बात से भी नराज थे कि अंग्रेजी विभाग के एचओडी पूरी मामले में कोई एक्शन नहीं ले रहे हैं.
वहीं, स्टूडेंट्स का दूसरा ग्रुप एक टीचर द्वारा सोशल मीडिया साइट पर दिए गए बयान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहा था. पुलिस ने इस मामले को दर्ज कर लिया है. टीचिंग स्टैंडर्ड में कमी को लेकर विरोध कर रहे स्टूडेंट्स का कहना है कि सोशल साइट पर कमेंट को लेकर हुए प्रदर्शन का मकसद अहम मुद्दे से लोगों का ध्यान हटाना है.
आर्टस फैकल्टी के सामने अंग्रेजी के करीब 150 छात्रों ने एकसाथ इकठ्ठे होकर छात्रों और शिक्षकों की जनरल बॉडी मीटिंग की मांग की. लेकिन वहीं पर मौजूद एक स्टूडेंट ने कहा कि विभागाध्यक्ष ने इससे पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उनके पास किसी को बुलाने का अधिकार नहीं है. विभागाध्यक्ष के इस रवैये को देखकर स्टूडेंट्स ने खुद से गुरुवार को सुबह 10 बजे मिलने कार्यक्रम तय किया है. स्टूडेंट्स के मुताबिक इस मीटिंग में दोनों कैंपस के सभी स्टूडेंट्स शामिल होंगे. वहीं, केवल एक टीचर ने मीटिंग में अाने के लिए हामी भरी है.
वहीं छात्रों ने कहा है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे. गौरतलब है कि इससे पहले भी एमए इंग्लिश के 200 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने डिपार्टमेंट के एचओडी से तीन नए शिक्षकों की खराब टीचिंग स्किल्स की लिखित शिकायत की थी.