दिल्ली यूनिवर्सिटी पूरी तरह से चुनाव के रंग में रंग चुकी है. बुधवार को डीयू में नॉमिनेशन की प्रकिया खत्म हो गई. डीयू का चुनाव लड़ने वाले सभी उम्मीदवारों का भविष्य अब डीयू प्रशासन के हाथ में है.
हालांकि तमाम छात्र संगठनों से कई छात्रों ने नॉमिनेशन भरे हैं लेकिन चुनाव लड़ने की अनुमति सिर्फ उन छात्रों को मिलेगी जो डीयू के तय नियमों पर खरे उतरेंगे. नॉमिनेशन भरने वाले हर छात्र को उम्मीद है कि ना सिर्फ उन्हें चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा बल्कि जीत भी हासिल होगी.
गौरतलब है कि 5 सिंतबर को छात्र संगठन अपने उम्मीदवारों का औपचारिक ऐलान करेंगे.
एबीवीपी की उम्मीदवार कनिका शेखावत का कहना है, 'अगर हमे मौका मिलेगा तो वायदे जरूर पूरा करेंगे.'
लंबे समय से चुनाव प्रचार में लगी पार्टियां नॉमिनेशन पूरे होने के बाद कैंपस में और तेजी से प्रचार करेंगी. हालांकि अब तक उम्मीदवारों का औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है लेकिन सूत्रों के मुताबिक एबीवीपी से कनिका शेखावत और मोहित नागर को चुनाव लड़ने का मौका मिल सकता है. वहीं एनएसयूआई से रौबिन चौधरी और गौरव का नाम सामने आ रहा है.
कैंपस में चुनाव प्रचार के दौरान नियमों की अनदेखी ना हो इसलिए डीयू प्रशासन ने भी कमर कस ली है. डूसू चुनाव के सीईओ डी एस रावत के मुताबिक नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कारवाई होगी.
आपको बता दें डूसू चुनाव 12 सितंबर को है जिसमें यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे स्टूडेंट्स ही वोट डाल सकते हैं.