डीयू में पहली बार आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है. इसके बावजूद छात्र कैंपस का रुख कर रहे हैं. दरअसल छात्रों को ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया तो पसंद आ रही है लेकिन कभी कोर्स तो कभी तकनीकी खामियों का कन्फ्यूजन उन्हें कैंपस आने पर मजबूर कर रहा है. ओपन डेज के दूसरे दिन छात्र ऑनलाइन फॉर्म की उलझने सुलझाते नजर आए.
यहां हो रही है कंफ्यूजन
रजिस्ट्रेशन में हो गई गलती, अब क्या करें? कंफर्मेशन मेल नहीं मिला तो क्या रजिस्ट्रेशन हो गया है ? फॉर्म भरते समय बेस्ट ऑफ फोर के लिए विषय गलत चुन लिया तो क्या फिर से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं? बीएससी पास करनी है, लेकिन कोर्स ऑप्शन में बीएससी ऑनर्स मेंशन है? कैसे विषय चुनें? ये कुछ चुनिंदा सवाल है जो ऑनलाइन फॉर्म भरते समय कई छात्रों के मन में उठते होंगे. ऐसी ही कुछ मुश्किलें इन छात्रों और उनके अभिभावकों को भी ऑनलाइन फॉर्म भरते समय आईं. लिहाजा समस्या का हल ढूंढते हुए अभिभावक और छात्र डीयू के ओपन डेज में पहुंचे.
गुरप्रीत टुटेजा, डिप्टी डीन, डीएसडब्ल्यू ने कहा कि दरअसल डीयू करीबन 52 कोर्स ऑफर करता है. ऐसे में अक्सर छात्र मल्टीपल कोर्सेस के ऑप्शन चुनते हैं. कई बार बेस्ट ऑफ फोर के कैल्कुलेशन में भी छात्र गलतियां कर बैठते हैं. लिहाजा एक्सपर्ट की ये सलाह आपको सही तरीके से फॉर्म भरने और कोर्स चुनने में मदद करेगी.
कब तक कर सकते हैं फॉर्म में चेंज
इसके अलावा एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ऑनलाइन फॉर्म भरते समय जब तक आपने फीस नहीं भरी है तब तक आप किसी भी गलती को सुधार सकते हैं. लेकिन एक बार ऑनलाइन फीस भर देने के बाद आपका वो फॉर्म एडिट नहीं हो पाएगा. ऐसी सूरत में आप नए यूजरनेम से फिर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. लेकिन पहली बार भरे गए फॉर्म के पैसे रिर्टन नहीं होंगे. इसलिए एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि फीस जमा करने से पहले अपनी सभी इंफॉर्मेशन अच्छे से चेक कर लें.
ये है सेफ ऑप्शन
गुरपीत टुटेजा कहते हैं कि डीयू का ऑनलाइन फॉर्म भरते समय छात्र कॉलेज का ऑप्शन ना तलाशें. दरअसल छात्रों को सिर्फ कोर्स चुनना है. कटऑफ आने पर जिस जिस कॉलेज में वो कोर्स है जिसे आपने चुना है आप वहां दाखिला ले सकते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक, बेहतर होगा कि छात्र अधिक से अधिक कोर्सेस का चुनाव करें. ताकि मनपसंद कोर्स या कॉलेज के कटऑफ नहीं आने पर भी उन्हें किसी ना किसी विषय और कॉलेज में दाखिला मिल जाए और उनका साल खराब ना हो.