दिल्ली यूनिवर्सिटी के शिक्षकों ने सालाना कल्चरल फेस्ट के मद्देनजर तीन दिनों के लिए क्लासेज निलंबित करने के आदेश से जुड़े यूनिवर्सिटी प्रशासन के फैसले की आलोचना की है.
शिक्षक संघ ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम में खर्च की जाने वाली रकम के लिए कोई कानूनी मंजूरी नहीं है. कल्चरल फेस्ट‘अंतरध्वनि’ 20 से 22 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा.
दिल्ली यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ (डूटा) की अध्यक्ष नंदिता नारायण ने बताया, ‘शिक्षण कार्य को निलंबित करना जबरन और अवांछित है.’ इससे अध्ययन अध्यापन की प्रक्रिया के प्रति कुलपति की ओर से उपेक्षा दिखती है.
आपको बता दें कि डूटा ने पिछले साल भी फेस्ट का बहिष्कार करते हुए इसे प्रशासन का एक दुष्प्रचार बताया था और कार्यक्रम के कोष की आपूर्ति पर गंभीर ऐतराज जताया था.
नंदिता ने कहा, ‘यह शर्मनाक है कि कॉलेज के प्राचार्यों को स्टूडेंट्स और शिक्षकों की फेस्ट में भीड़ जुटाने को कहा गया है.’
इनपुट भाषा से