च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के तहत दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ने आ रहे पहले बैच के स्वागत की तैयारियों के साथ-साथ रैगिंग पर रोक के भी पूरे इंतजाम किए गए हैं.
ओरिएंटेशन और टाइम टेबल के साथ सभी कॉलेज स्टूडेंट्स का नया एकेडमिक सत्र में स्वागत करने को तैयार हैं. इस सत्र में यूनिवर्सिटी के सभी ग्रेजुएट कोर्सेज में नए कोर्स संरचना लागू की जा रही है.
दिलचस्प बात यह है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में इस साल दाखिला ले रहे फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स सीबीसीएस के तहत पढ़ाई करेंगे, ग्रेजुएशन के दूसरे साल स्टूडेंट्स सामान्य तीन साल पाठ्यक्रम के तहत पढ़ेंगे जबकि तीसरे साल के स्टूडेंट्स चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के तहत अपनी पढाई पूरी करेंगे.
सीबीसीएस को सुचारू तरीके से लागू करने क लिए सीबीसीएस ओवरसाइट समिति बनाई गई है जिसके प्रमुख साइंस फैकल्टी के डीन हैं. इसके सदस्यों में कई अन्य डीन और कुछ प्रिंसिपल भी शामिल हैं.
यूनिवर्सिटी के कुलपति दिनेश सिंह नए स्टूडेंट्स का स्वागत करने के लिए कुछ कॉलेजों में जाएंगे. यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया, ‘रैंगिंग पर नजर रखने में दिल्ली पुलिस के अधिकारी और डीटीसी भी मदद कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने और परिसर में किसी प्रकार की रैगिंग होने पर उसकी सूचना पदाधिकारियों को देने की सलाह दी जाती है.
-इनपुट: भाषा