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DUSU के नए अध्यक्ष बने रौनक खत्री को क्यों कहा जाता है 'मटका मैन'? NSUI से कैसे जुड़े

दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में दो सीटों पर NSUI और दो सीटों पर ABVP ने जीत दर्ज कराई . अध्यक्ष और सयुक्त सचिव पद पर NSUI ने परचम लहराया है. वहीं उपाध्यक्ष और सचिव पद पर ABVP ने जीत दर्ज कराई. 

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रौनक खत्री के साथ कांग्रेसी नेता कन्हैया कुमार (दायें)
रौनक खत्री के साथ कांग्रेसी नेता कन्हैया कुमार (दायें)

DUSU Election Result 2024 Out: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव (DUSU) 2024 के नतीजे घोषित हो चुके हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में दो सीटों पर NSUI और दो सीटों पर ABVP ने जीत दर्ज कराई . अध्यक्ष और सयुक्त सचिव पद पर NSUI ने परचम लहराया है. वहीं उपाध्यक्ष और सचिव पद पर ABVP ने जीत दर्ज कराई.

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अध्यक्ष पद पर NSUI के लॉ स्टूडेंट और मटका मैन की उपाध‍ि से जाने जाने जाने वाले रौनक खत्री ने विजय हासिल की है. वहीं उपाध्यक्ष पद पर ABVP के भानू प्रताप जीते हैं. सचिव पर ABVP के मृत्रवृंदा ने जीत दर्ज कराई है. संयुक्त सचिव पद पर NSUI के लोकेश विजयी रहे हैं. 

बता दें कि नॉर्थ कैंपस में वोटिंग की मतगणना आज सुबह 8 बजे से शुरू हो गई थी जो कि देर शाम तक जारी रही.15वें राउंड के बाद भी अध्यक्ष पद पर एनएयूआई के रौनक खत्री आगे चल रहे थे जोकि अंतिम राउंड में भी व‍िजेता रहे. चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मतगणना केंद्र पर कड़ी निगरानी रखी गई है. इसके लिए कुल 14 सीसीटीवी कैमरे और 8 वीडियो कैमरे लगाए गए हैं, ताकि हर गतिविधि की सटीक निगरानी की जा सके और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोका जा सके.

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कौन है 'मटका मैन ऑफ DU'?

इस साल होने वाले DUSU चुनाव में  NSUI की तरफ से 'मटका मैन ऑफ DU' कहे जाने वाले 22 वर्षीय छात्र रौनक खत्री को अध्यक्ष पद की रेस में उतारा गया था. रौनक डीयू कैंपस में 'मटका मैन ऑफ DU' के नाम से फेमस हैं. चुनावी प्रचार से लेकर धरना प्रदर्शन तक, रौनक के साथ एक मटका हमेशा दिखाई देता है.

क्यों मिला ये अनोखा नाम?

दरअसल, रौनक खत्री दिल्ली विश्वविद्यालय में लॉ के स्टूडेंट हैं. कॉलेज में एडमिशन के बाद उन्होंने पीने के पानी की खराब व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाई थी, लेकिन जब मांग पूरी नहीं हुई तो खुद से साल 2024 के मार्च महीने में कॉलेज में मटके रखवाने का काम किया. हालांकि उनका विरोध फिर भी नहीं रुका और उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया था. रौनक ने कोर्ट में वॉटर कूलर, WiFi और AC की व्यवस्था के लिए याचिका भी दायर की थी. इसके बाद समस्या का समाधान हुआ. बता दें कि फैकल्टी ऑफ लॉ में 9000 छात्र हैं. 

हाल ही में NSUI से जुड़े

रौनक ने aajtak.in को बताया कि शुरुआत में वह किसी भी राजनीतिक संगठन का हिस्सा नहीं थे. अगस्त 2024 में वे NSUI से जुड़े थे और सदस्यता ली थी. NSUI में आने से पहले उन्होंने 'देहात से DU तक' का नारा दिया था. 

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किन मुद्दों पर रौनक ने लड़ा था चुनाव?

NSUI की ओर से अध्यक्ष पद का दावेदार बनने के बाद रौनक ने बताया था कि उनका मुख्य चुनावी मुद्दा DU की आधारभूत संरचनाओं को सुधारना है. रौनक एडमिशन में ट्रांसपेरेंसी, छात्राओं से जुड़े मुद्दों पर काम करना और NSUI के मेनिफेस्टो में लिखी हर बात को पूरा करना अपना मिशन बताते हैं. अब जीत के बाद देखना यह है कि वो अपने वादों पर कितने खरे उतर पाते हैं. 

रिजल्ट में दो महीने की देरी क्यों?

दो महीने से ज्यादा समय से DUSU चुनाव के परिणाम का इंतजार कर रहे सभी प्रत्याशी और छात्रों को अब राहत मिली है. दरअसल, DUSU चुनाव के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, पोस्टर-पैम्पलेट के कचरे का फैलाव, और चुनावी खर्च में लिंगदोह कमिटी की सिफारिशों का उल्लंघन करने की शिकायतों पर गौर करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय ने चुनाव परिणामों की घोषणा पर रोक लगा दी थी. DUSU चुनाव 27 सितंबर को हुआ था और रिजल्ट 29 सितंबर को घोषित होने वाला था, लेकिन अदालत ने बड़े स्तर पर हुए सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान को देखते हुए परिणामों की घोषणा और मतगणना पर रोक लगा दी थी.

DUSU Election Results: पिछली बार के नतीजे
2023 DUSU चुनाव परिणामों में, बीवीपी की ओर से अध्यक्ष पद पर तुषार डेढ़ा ने जीत दर्ज की, सेक्रेटरी पद पर अपराजिता ने, ज्वाइंट सेक्रेटरी पद पर सचिन बैसला और उपाध्यक्ष की पोस्ट पर  एनएसयूआई के अभि दहिया ने जीत दर्ज की थी. पिछले साल 42 प्रतिशत मतदान हुआ था.

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